नई दिल्ली। भाजपा ने आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी पर जोरदार हमला बोला है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कांफ्रेस कर कहा कि बिना कमाए के करोड़ों की संपत्ति कहां से बनाई।
हिंदुस्तान के राजनीति में राहुल गाँधी जी किस प्रकार के एसेट है वो सब जानते है और कई बार उनको 'नान परफार्मिंग एसेट' के बारे में भी बताया गया है। ये परिवार कोई काम नहीं करते लेकिन करोड़ों खरबों रुपये कहां से आ जाते है।
मेहरौली में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के पास लगभग 5 एकड़ का एक फॉर्म हाउस है, जिसका नाम इंदिरा फॉर्म हाउस है। पात्रा ने कहा कि एक फ़र्ज़ी कंपनी जिसने एनएसईल घोटाला (NSEL Scam)किया उसको राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने अपना फार्म हाउस किराए पर दिया। राहुल गांधी ने इलेक्शन ऐफ़िडेविट में महरौली में 'इंदिरा फ़ार्म हाउस' की कीमत 9 लाख लिखी है लेकिन उससे आप करोड़ों किराया लेते हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले राहुल गांधी की संपत्ति को लेकर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी की संपत्ति कैसे बढ़ रही है। राहुल गांधी एक एमपी हैं। उनकी आय का स्रोत उनकी सैलरी है। कोई अन्य स्पष्ट स्रोत नहीं है।
2004 के चुनाव के हलफनामे में उन्होंने संपत्ति 55,38,12 घोषित की। जो 2009 में बढ़ कर 2 करोड़ हो गई। यह 2014 में नौ करोड़ हो गई। हम जानना चाहेंगे कि आपकी संपत्ति 55 लाख से 9 करोड़ रुपये कैसे हो गई। आखिर राहुल गांधी का यह बिजनेस का मॉडल क्या है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कि राहुल गांधी और प्रियंका के पास 4.69 एकड़ का फॉर्म हाउस था जिसे दिल्ली फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी ऑफ इंडिया को दिया गया था। नेशनल स्पॉट एक्सचेंज ने दिल्ली फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी ऑफ इंडिया को नोटिस भेजा गया। संजय भंडारी रॉबर्ट वाड्रा के साथ संपर्क में रहे। ऐसे में हमारा सवाल है कि क्या आपने यूनिटेक से दो संपत्तियां ली थीं। एक संपत्ति की कीमत 1.44 करोड़ रुपए की थी, वहीं दूसरी संपत्ति 5.6 करोड़ रुपए की थी।