" नोएडा संस्कृति महोत्सव " में कलाओं का होगा अद्भुत समन्वय

नोएडा। ऐसा नहीं है कि सांस्कृतिक रुप से नोयडा एक पिछड़ा शहर हो। कहने को यह एक कृत्रिम शहर हो सकता है, मगर अपने उत्तरोत्तर विकास में यह अनेकों राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकारों की पसंद बनता गया। कार्यक्रमों के प्रदर्शन व निवास स्थान दोनों के रूप में।



यूं तो नोयडा में धार्मिक व फिल्मी शैली के अनेकों कार्यक्रम वर्ष भर होते रहते हैं और छुटपुट कलात्मक भी। मगर कला के विविध क्षेत्रों यथा भारतीय व कर्नाटक शैली का संगीत, भारतीय नृत्य कला की विविध विधाएं, गायन व वादन की अनेकों शैली, चित्रकला, राग रागनी, लोक कलाओं आदि का कोई अंतरराष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम नहीं हुआ। ऐसे में  कृष्ण कला व शिक्षा संस्थान की अध्यक्ष व प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना अनु सिन्हा द्वारा " नोयडा संस्कृति महोत्सव " के आयोजन का बीड़ा उठाना अपने आप में एक भगीरथ प्रयास है।


मार्च 29 - 31,2019 तक आयोजित होने जा रहे इस आयोजन को अद्भुत, बिशिष्ट व श्रेष्ठता के मापदंडों पर खरा बनाने की भरपूर कोशिशें की जा रही है। हम कह सकते हैं कि नोयडा अब सांस्कृतिक रूप से राष्ट्रीय पटल पर नए आयाम छूने जा रहा है।
"नोयडा संस्कृति महोत्सव" के रूप में आगामी 29, 30 व 31 मार्च 2019 को नव निर्मित "शिल्प हाट" सेक्टर 33A, नोयडा में तीन दिन राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कलाकारों के बीच नोएडा के उत्कृष्ट कलाकारों का मंच प्रदर्शन होने जा रहा है।
नोएडा की नई छवि, नया स्वरूप व आत्मा के विकास के इस उपक्रम में हरियाणा टूरिज्म, नोयडा प्राधिकरण, संगीत नाटक अकादेमी, सेतु फाउंडेशन,संस्कार भारती,एसबीआई,अग्रवाल मित्र मंडल, भारत विकास परिषद व एनईए, मारवाह अकेडमी, फोनरवा, करियर प्लस, डायलॉग इंडिया , मौलिक भारत, एचसीएल, नवोदय विद्यालय संगठन, पर्यावरण विभाग( भारत सरकार), दून इंटरनेशनल स्कूल, सेतू, शिक्षा की ओर कल्चर जोन सेंटर, कथक केंद्र व दर्जनों अन्य प्रतिष्ठित सामाजिक व सांस्कृतिक संस्थाओं ने हमारे साथ हाथ मिलाया है। ऐसे में पूरा विश्वास है कि नोयडा बौद्धिक व सांस्कृतिक रूप से नए आयाम छुएगा।



यहां लोग समाज के वरिष्ठ, बौद्विक रूप से समृद्ध व भारतीय संस्कृति की विविधता, गहराई व आयामों की गहन समझ रखते हैं। तीनों दिनतक इन स्वर्णिम पलो को लोग अपने इष्ट मित्रों व परिजनों सहित साक्षी बनेंगे, यह पूरी आयोजन समिति की अभिलाषा है। कार्यक्रम में मुख्य सहयोगियों में अनु सिन्हा, एनपी सिंह, राजन श्रीवास्तव, डीपी गोयल, उषा ठाकुर, राजीव त्यागी, अनुज अग्रवाल, आलोक वत्स, एमपी सिंह, विजय शंकर,उमेश शर्मा, महेश गुप्ता, दीक्षा उपाध्याय, अनामिका गौतम, प्रवीण सिंह, नवल किशोर, विजय सिन्हा, छाया आर्य, विपिन साहनी, मनीषा गुप्ता, ललित कुमार, संतोष श्रीवास्तव, संजना बली, अशोक श्रीवास्तव, कृष्ण कुमार जैन, आर के दुबे, प्रताप नागर, कृष्ण कुमार जैन, नूतन कुमार, श्याम कुमार, नीरजा गुप्ता, शुभ्रा जैन, पूजा बजाज, गौतमी त्रिपाठी, बरखा माथुर, रूबी, पंकज, श्वेता, प्रीति सारस्वत, नारायण रेड्डी, कविता शंकर, अभिमन्यु कश्यप, शैल माथुर आदि शामिल हैं।