नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रितु महेश्वरी के लिए चुनौतियां अधिक, पर कठिन नहीं

नोएडा। नोएडा प्राधिकरण में सीईओ के पद पर तैनात हुईं रितु माहेश्वरी के लिए चुनौतियां भी कम नहीं है। सबसे पहले प्राधिकरण के अंदर बैठे हुए घाव टाइप के पदाधिकारियों से निपटना आसान नहीं है। वहीं सत्ता में पैठ जमाए कई पदों पर अधिकारी कार्यरत हैं, जो नहीं चाहेंगे कि प्राधिकरण की छवि में बदलाव हो।



रितु माहेश्वरी से पूर्व भी मोनिका गर्ग और बलविंदर सिंह ने प्राधिकरण की छवि को सुधारने की अथक कोशिश की थी लेकिन उन्हें कुछ समय में ही यहां से रास्ता बाहर दिखा दिया गया।


 नोएडा में अनगिनत समस्याएं हैं, जिस पर युद्ध स्तर पर और पारदर्शिता रखकर काम करने की आवश्यकता है। कल पत्रकार वार्ता में उन्हें पत्रकारों द्वारा कई मुद्दों भी बताए गए हैं जिसको उन्होंने सीरियसली लेने की बात कही है। देखना है कि उन चुनौतियों को वह किस तरह से लेती हैं और कितना निपटारा करती हैं अथवा नोएडा प्राधिकरण के सीईओ पद पर कितने दिनों तक टिक पाती हैं।


 पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि यहां लोगों से जुड़ी सभी सुविधाओं को आगे बढ़ाने के लिए काम किया जाएगा। साथ ही नोएडा को स्मार्ट सिटी बनने की राह में खड़ी सभी बाधाओं को दूर किया जाएगा। उन्होंने शहर से जुड़ी सभी सेवाओं से लेकर अवैध निर्माण और बिल्डर-खरीदार मुद्दे पर बेबाकी से अपनी बात रखी।


रितु माहेश्वरी ने कहा कि नोएडा में नागरिक सुविधाओं पर  पूरा जोर रहेगा। प्राधिकरण का मुख्य कार्य नागरिकों को सुविधाएं दिलाना होगा। इससे जुड़ी सभी सेवाओं को पारदर्शी बनाया जाएगा। अधिकारियों की जवाबदेही भी तय होगी। इसके अलावा स्वच्छता और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, पौधरोपण और जल संरक्षण की दिशा में काम करना होगा। जो भी पुराने प्रोजेक्ट हैं और जनता से जुड़े हैं उनको समय से पूरा कराने पर जोर होगा। विकास कार्य कराने के अलावा प्राधिकरण की ऐसी संपत्तियों को चिह्नित कर काम कराया जाएगा, जिससे प्राधिकरण को राजस्व की प्राप्ति हो सके।


बिल्डर-खरीदार मामले में साप्ताहिक मॉनिटरिंग पर उन्होंने कहा कि बिल्डर और खरीदारों का मामला काफी बड़ा है। इसमें कई मामले कोर्ट में हैं। वहीं, ऐसे मामले जहां प्राधिकरण के प्रयासों से खरीदारों को राहत मिल सकती है उसे कराया जाएगा। यही नहीं इस मामले में साप्ताहिक तौर पर मॉनिटरिंग की जाएगी। इसका मकसद प्राधिकरण के बकाये की वसूली और राजस्व को बढ़ाना होगा, वहीं खरीदारों को भी फ्लैट दिलाना होगा।


 सीईओ माहेश्वरी ने बताया कि अब शहर में नए अवैध निर्माण नहीं होने चाहिए। यही नहीं पुराने निर्माण को नियमित करने की दिशा में काम होगा। इसमें ऐसे निर्माण जो कि खतरनाक हैं और इससे जनता को नुकसान हो सकता है उसे गिराने के बारे में भी आदेश दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि निजी बिल्डरों को भी सुरक्षा को ध्यान में रखकर निर्माण करना होगा। इसमें नक्शा पास कराने के दौरान ही नियमों की पूरी जानकारी दे दी जाती है, इसका ध्यान रखा जाना चाहिए।


 सीईओ ने बताया कि जितने भी बड़े प्रोजेक्ट हैं या सेवाएं हैं, उन सबकी ऑनलाइन मैपिंग नहीं हुई है। इसमें स्वच्छता, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन से लेकर अन्य सभी सेवाओं को मोबाइल एप के तहत लाया जाएगा, ताकि लोगों को हमारी सेवाओं का पता चल सके। इसमें इंजीनियरिंग विभाग से जुड़ी सेवाओं को भी रखा जाएगा।


 रितु माहेश्वरी ने कहा कि प्रत्येक घर से कूड़ा उठना चाहिए। वहीं खुले ढलाव घर को पूरी तरह से बंद करना होगा। यही नहीं कूड़े का जैविक निस्तारण भी करना होगा। सॉलिड वेस्ट को बेहतर तरीके से निस्तारित करना होगा। सभी सोसाइटियों में कंपोस्टिंग की सुविधा होनी चाहिए। यहां कंपोस्टिंग के लिए प्लांट लगने जरूरी हैं। गाजियाबाद की तर्ज पर फूलों, बाजारों से निकलने वाला कूड़ा, निर्माण साइटों से निकलने वाला कूड़ा और प्लास्टिक कचरे से सड़क बनाने की दिशा में काम होगा। प्रत्येक सेक्टरों व बाजारों में सूखे और गीले कचरे के लिए अलग-अलग डस्टबिन होने चाहिए। स्वच्छता सर्वे पर भी कवायद होगी। पिंक शौचालय बनाए जाएंगे। किचन से निकलने वाले कचरे को लेकर भी निस्तारण होगा।


सीईओ रितु माहेश्वरी ने पदभार ग्रहण करने के बाद प्राधिकरण कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद उन्होंने कहा कि इमारत की हालत ठीक नहीं है। इसका फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रिकल सेफ्टी ऑडिट होगा। इसकी रिपोर्ट 15 दिन में जारी होगी। प्राधिकरण कार्यालय में रिकॉर्ड को बेहद खराब तरीके से रखे होने की बात भी कही। उन्होंने इसे ठीक करने का निर्देश दिया। इसके अलावा ऑनलाइन सेवाओं को सभी विभागों से जोड़ने को कहा। स्वच्छता अभियान की शुरुआत प्राधिकरण कार्यालय से करने का निर्देश दिया।


सीईओ ने कहा कि स्मार्ट सिटी के लिए ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान बनाना बेहद जरूरी है। साथ ही इसे लागू कराने पर भी बात होनी चाहिए। यही नहीं शहर में अवैध अतिक्रमण बंद होने चाहिए। जहां-जहां अवैध अतिक्रमण की शिकायत आती है तो उसका निस्तारण होना चाहिए। शहर के प्रवेश और निकास द्वार से जुड़ी सभी सड़कों के टूटे हुए डिवाइडर एक माह में रिपेयर होंगे। डिवाइडर को पेंट कराया जाएगा। शहर की आंतरिक सड़कों को भी सुधारा जाएगा। वर्टिकल गार्डन और पेंटिंग आदि के माध्यम से स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में आगे आने की कवायद होगी।


इमारतों व पार्कों में होगी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सुविधा सीईओ ने कहा कि सभी इमारतों व पार्कों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की सुविधा होनी चाहिए। यही नहीं एसटीपी के ट्रीट वाटर का प्रयोग कहां किया जा सकता है, इस पर ध्यान देना होगा। शहर में जलभराव के कारणों की जांच होनी चाहिए और इसे हमेशा के लिए दूर करने की दिशा में काम करना होगा।