नोएडा। हॉप बी लिट कैंसर पीड़ित बच्चों की उपचार हेतु सक्रिय है। मुम्बई, दिल्ली , कोलकाता सहित अन्य महानगरों में कार्यशाला आयोजित की गई है। कैंसर पीड़ित बच्चों के स्वास्थ्य, पढ़ाई -लिखाई तथा नैतिक आर्थिक प्रयास हॉप बी लिट् संस्था के माध्यम से किया जा रहा। यह संस्था सरकार और हॉस्पिटल के माध्यम से कैंसर पीड़ित बच्चों का उपचार, देखरेख कर रही है। साथ ही कैंसर पीड़ित बच्चों के प्रति जागरूकता अभियान चला रही है।तथा इन बच्चों के हक़ की लड़ाई लड़ रही है, जिसका फायदा उन बच्चों को मिल रहा है।
नोएडा प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में सुश्री रूही उर्फ रोहिणी हाक ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार , दुनिया भर में 200 ,000 से अधिक बच्चे कैंसर का निदान करते हैं । इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च के अनुसार , वर्तमान में , बच्चे भारत में कैंसर के कुल मामलों में 5 . 5 प्रतिशत हैं ।
जब कैंसर हमला करता है , तो हमारी पहली भावना " FEAR " है , लेकिन सुश्री रुही उर्फ रोहिणी हाक , नोएडा स्थित आर्मी वेटरन की बेटी , ब्रिगेडियर अशोक हाक , संस्थापक , लेखक और निर्माता , Los एंजिल्स के साथ काम कर रहे गैर - प्रोफेशनल HOPE B ~ Lit ( NGO ) , बच्चों के साथ उनके काम से पता चलता है कि कैंसर से पीड़ित बच्चे सकारात्मक और आशा के साथ इस बीमारी से निपटते हैं ।
एक बीमारी के प्रति उनका रवैया जो वयस्क दुनिया में बहुत आशंका है , बहुत प्रेरणादायक है । वयस्कों के रूप में , हम उनसे न केवल बीमारी से निपटने के लिए सीख सकते हैं बल्कि यह भी कि कभी - कभी हमारे दिमागों को कैसे अनसुना करते हैं और अन्य सांसारिक संघर्षों को संभालते हैं । रूही उर्फ रोहिणी हाक का मानना है कि किसी को भी अकेले कैंसर से नहीं लड़ना चाहिए - खासकर युवा बहादुर दिलों को नहीं । HOPE B ~ it बच्चों को ' सत्य ' , ' प्रेम ' , ' शांति ' , ' अहिंसा ' , और सही आचरण जैसे मख्य निहित मूल्यों को पोषित करके उनके वर्तमान और भविष्य की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए बच्चों को सशक्त बनाने और प्रेरित करने की एक पहल है ।
बेयफील्ड फाउंडेशन के तहत 2008 में शुरू हुआ , दक्षिणी कैलिफोर्निया में स्थित , यूएसए का उद्देश्य बच्चों को उनके निहित मानवीय मूल्यों को पोषण देने और मूल्य - आधारित कार्यशालाओं के माध्यम से उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए एक व्यापक मंच प्रदान करना है । शिक्षा , स्वाास्थ्य, आर्थिक मदद देकर कैंसर पीड़ित बच्चों को स्वावलंबी बनाना है।
इस संस्था द्वारा कार्यशालाओं का आयोजन करने के लिए मुम्बई, कोलकाता और दिल्ली सहित भारत के अन्य महानगर का दौरा किया गया। कार्यशालाओं में अन्य तरीके भी अपनाये गए हैं ताकि बच्चे बच्चे उसका लाभ ले सकें।