कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान का किया निरीक्षण

नोएडा। सुबे के कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना द्वारा आज क्षेत्रीय जेवर विधायक  धीरेन्द्र सिंह व महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण  के0के0 गुप्ता के साथ राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा का निरीक्षण किया।



 मंत्री सुरेश खन्ना ने विधायक धीरेन्द्र सिंह, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा  के0के0 गुप्ता, ग्रे0नो0औ0वि0प्र0 के प्रबंधक (परियोजना)  श्रीपाल भाटी व निदेशक डा0 (ब्रिगे0) राकेश गुप्ता आदि के साथ बैठक की जिसमें संस्थान निदेशक डा0 (बिग्रे0) राकेश गुप्ता ने  सुरेश खन्ना को जानकारी दी कि 01 मई 2019 को एम0सी0आई0 से अनुमति उपरान्त 01 अगस्त 2019 से 100 एम0बी0बी0एस0 छात्र की पढाई शुरू हो चुकी है तथा नवम्बर में एम0सी0आई0 द्वारा प्रथम नवीनीकरण हेतु निरीक्षण हो चुका है।


निदेशक ने यह भी बताया कि वर्तमान में संस्थान का एकेडमिक भवन, लाइब्रेरी व छात्रावास गौतमबुद्ध नगर से लीज पर लिए गये भवनों में चल रहे हैं। एम0सी0आई0 के मानकानुसार संस्थान को शीघ्र ही अपने काॅलेज व अन्य भवनों की आवश्यकता होगी। किन्तु शासन से बजट स्वीकृत न होने के कारण भवनों के निर्माण हेतु अस्पताल के निकट चिन्हित 56 एकड भूमि पर संकट के बादल छाये हैं। साथ ही संकाय सदस्यों को एस0जी0पी0जी0आई0 लखनऊ के समान वेतन दिलाये जाने हेतु अनुरोध किया।



विधायक धीरेन्द्र सिंह ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से उक्त भूमि जिम्स को आवंटित कराये जाने का अनुरोध किया था जिसके सम्बंध में  मुख्यमंत्री  द्वारा प्राधिकरण को निर्देशित किया जा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि निदेशक ड0 (बिग्रे0) राकेश गुप्ता की मेहनत व कोशिशों की बदौलत आज यह संस्थान सफलता की नई इबारत लिख रहा है। इस संस्थान से हजारों गरीब लोगों लगभग निःशुल्क ईलाज का लाभ उठा रहे हैं और प्राइवेट अस्पताल इसी ईलाज का गरीब मरीजों से हजारों रूपये का बिल बनाकर लूट लेते हैं। 


मंत्री सुरेश खन्ना ने प्रशासनिक भवन परिसर में वृक्षारोपड करने के उपरान्त संस्थान में नये बनाये गये 10 कमरों के प्राइवेट वार्ड का लोकार्पण किया। मंत्री ने अन्य वार्डों का निरीक्षण कर मरीजों को फल वितरित किये एवं संस्थान के बारे में फीडबैक लिया। समस्त संकाय सदस्यों को सम्बोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि डाक्टर अपनी क्षमता से ज्यादा मेहनत करते हैं मगर उनकी मेहनत दिखती नहीं है। जो डाक्टर जितना अनुभवी होता है उसके अनुभव के साथ-साथ उसका काम भी बढता जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि डाक्टर्स को मरीज के साथ सहानुभूति व प्रेम से पेश आना चाहिये जिससे मरीज का मर्ज आधा हो जाता है।


अन्त में जाते हुए उन्होंने कहा संस्थान के लिए भूमि, संकाय सदस्यों को के0जी0एम0यू0, लखनऊ के समान वेतन दिलावाया जायेगा तथा क्षेत्र की जनता की भलाई के लिए संस्थान में ट्रामा सेन्टर, डायलेसिस, एन0आर0सी0 व डी0आई0ई0सी0 भी स्थापित कराये जाने का आश्वासन दिया।