नई दिल्ली। शीतलहर की गिरफ्त में आयी राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार सुबह का पारा 2.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया जिसने लोगों को कांपने पर मजबूर कर दिया. आपको बता दें कि इससे पहले दिल्ली की ठंड सबसे लंबी शीतलहर के रेकॉर्ड को तोड़ चुकी है और शुक्रवार को यहां का न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री कम और इस मौसम का सबसे कम तापमान था.
मौसम विभाग के अनुसार सप्ताहांत में तापमान और गिरने की संभावना है. इस बार लगातार 14 दिनों से शीतलहर का प्रकोप नजर आ रहा है. अभी 3 दिन और इसका प्रकोप का सामना लोगों को करना पड़ेगा. शहर में वर्ष 1997 के बाद पहली बार लोग दिसंबर में इतनी ठंड का सामना कर रहे हैं.
मौसम विभाग की मानें तो नये साल की पूर्व संध्या यानी 31 जनवरी की रात या फिर जनवरी के पहले दो दिनों में बारिश हो सकती है. शनिवार को यानी आज भी इस ठंड से राहत मिलनेवाली नहीं है और रात के साथ-साथ सुबह की सर्दी और ज्यादा होने की उम्मीद है.
शुक्रवार को अधिकतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से सात डिग्री कम है. वायु की धीमी गति, उच्च आर्द्रता स्तर और ठंडे मौसम के कारण शहर में शाम चार बजे वायु गुणवत्ता 'अत्यंत खराब' (373) की श्रेणी में दर्ज की गयी. मौसम विभाग के मुताबिक इस साल दिसंबर का महीना 1901 के बाद से दूसरा सबसे ठंडा महीना रहने की उम्मीद है.
भारतीय मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि दिसंबर में औसत अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम 1919, 1929, 1961 और 1997 में रहा है. इस साल दिसंबर माह में गुरुवार तक औसत अधिकतम तापमान 19.85 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और इसके 31 दिसंबर तक 19.15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाने की संभावना है.
अधिकारी ने कहा कि अगर ऐसा होता है तो यह 1901 के बाद दूसरा सबसे सर्द दिसंबर होगा. दिसंबर 1997 में औसत अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दिल्ली में लगातार 14वें दिन कड़ाके की सर्दी पड़ रही है और इससे पहले 1997 में ऐसा हुआ था जब ऐसे ही लगातार 13 दिन कड़ाके की सर्दी पड़ी थी. वर्ष 1992 के बाद दिल्ली में कड़ाके की ठंड केवल 1997, 1998, 2003 और 2014 में पड़ी थी.
अगले सप्ताह हवा की दिशा में बदलाव के कारण राहत की उम्मीद है. मौसम विभाग के अनुसार एक "शीत दिवस" तब होता है जब अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री कम हो और "गंभीर शीत दिवस" तब होता है जब अधिकतम तापमान सामान्य से लगभग 6.5 डिग्री सेल्सियस कम होता है.