नोएडा। अखिल भारतीय किसान सभा के पहले से घोषित कार्यक्रम के अनुसार जिला कमेटी सहित काफी कार्यकर्ता परी चौक पर इकट्ठा हुए। अखिल भारतीय किसान सभा देशभर में ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो को गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री बनाए जाने का विरोध कर रही है। उसी कड़ी में अखिल भारतीय किसान सभा की गौतम बुध नगर इकाई ने परी चौक पर इकट्ठा होकर ब्राजील ब्राजील के राष्ट्रपति का गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनाए जाने का विरोध करते हुए जोरदार नारे लगाए। ब्राजील के राष्ट्रपति वापस जाओ की आवाज से परी चौक गूंज उठा।
कार्यकर्ताओं के हाथ में ब्राजील के राष्ट्रपति वापस जाओ , गन्ना किसानों को दी जा रही सब्सिडी के विरोधी ब्राजील के राष्ट्रपति वापस जाओ, केन्द्र सरकार होश में आओ, गन्ना किसानों की अनदेखी करना बंद करो, जैसे नारों की तख्तियां अपने हाथ में ले रखी थी। किसान सभा के बैनर, झंडे एवं बैज लगाए हुए कार्यकर्ताओं ने ब्राजील के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि बनाए जाने का विरोध किया।
आज देशभर में अखिल भारतीय किसान सभा मैं ब्राजील के राष्ट्रपति वापस जाओ के नारे लगाते हुए धरना प्रदर्शन एवं विरोध प्रदर्शन किया है। गौरतलब है कि ब्राजील ने विश्व व्यापार संगठन में भारत सरकार द्वारा गन्ना किसानों को फसल के वाजिब एवं लाभकारी मूल्य FRP देने उसके ऊपर राज्य सलाहकार मूल्य SAP देने एवं चीनी के निर्यात सब्सिडी देने का विरोध किया है। ब्राजील दुनिया का प्रमुख चीनी उत्पादक देश है। ब्राजील की नजर भारत के चीनी मार्केट पर है।
भारत में 5 करोड़ किसान गन्ना उत्पादन से जुड़े हुए हैं।सब्सिडी खत्म होने से किसान बर्बाद हो जाएंगे। आत्महत्या करेंगे और भारत चीनी के निर्यातक देश के बजाय आयातक देश बन जाएगा, परंतु केंद्र सरकार जानबूझकर गन्ना किसानों की अनदेखी कर रही है एवं ऐसे देश के राष्ट्रपति को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया है जो भारत के गन्ना किसानों के हितों के खिलाफ है।
ब्राजील भारत की तरह विकासशील देश है। भारत और ब्राजील को विश्व व्यापार संगठन के मंच पर एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए ना कि विरोध। ब्राजील के राष्ट्रपति भारत के किसानों की कीमत पर अपने देश का व्यापार बढ़ाना चाहते हैं जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार के नियमों के प्रतिकूल है। अखिल भारतीय किसान सभा गौतम बुद्ध नगर इकाई इसका पुरजोर विरोध करती है।
इस अवसर पर किसानों को संबोधित करते हुए किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने भारत सरकार द्वारा किसान कर्मचारी विरोधी कृतयो को उजागर किया एवं किसानों को जानकारी दी कि भारत सरकार जानबूझकर गन्ना किसानों की अनदेखी कर रही है। किसान सभा के सह संयोजक वीर सिंह इंजीनियर ने संबोधित करते हुए कहा कि हम सरकार के हर उस कदम का विरोध करेंगे जो किसानों में जनता के प्रतिकूल हो। किसान सभा के महासचिव हरेंद्र खारी ने संबोधित करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर ऐसे व्यक्ति को बुलाया जाना जो भारत के गन्ना किसानों के हितों के खिलाफ है। हम ऐसे राष्ट्र अध्यक्ष का विरोध करते हैं एवं नारा लगाया ब्राजील के राष्ट्रपति वापस जाओ।
किसान सभा के सचिव जगबीर नंबरदार ने किसानों को संबोधित करते हुए ब्राजील के राष्ट्रपति बोल सोनार वापस जाओ, जोरदार नारे लगाए एवं किसानों का आह्वान किया कि हमें किसानों की एकता को बढ़ाते हुए किसान हितों को लेकर लगातार संघर्ष की जरूरत है। आज सरकार में ऐसे लोग बैठे हैं जो न केवल किसान मजदूर विरोधी हैं, बल्कि भारत की संविधान के भी विरोधी हैं और भारत की जनता के लोकतांत्रिक हितों का हनन कर रहे हैं।बजो भी लोग किसानों मजदूरों कर्मचारियों की आवाज उठा रहा है उसको गिरफ्तार कर जेल में बंद करना लाठीचार्ज कर उसे चुप करा देना यह संविधान की धारा 19 का सरासर उल्लंघन है। हम भारत के संविधान की रक्षा के लिए भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए वचनबद्ध हैं। हमें भारत विरोधी इस प्रकार की ताकतों का भारत की एकता को खंडित करने की ताकतों का विरोध करना है। भारत एक बहुभाषी बहुजातीय है। बहुधार्मिक देश है। ऐसे देश में किसी एक विचारधारा को दूसरों के ऊपर थोपा नहीं जा सकता।
किसान सभा के जिला अध्यक्ष नरेंद्र भाटी ने किसानों को संबोधित करते हुए ब्राजील के राष्ट्रपति बोल सोनारो को मुख्य अतिथि बनाए जाने का विरोध किया एवं बोल सोनारो वापस जाओ, बोल सोनारो वापस जाओ के जोरदार नारे लगवाए।