कोरोना से डरने की जरूरत नहीं : आयुर्वेद का प्रयोग कर बचे रहें

**   कोरोना वायरसऔर आयुर्वेद में ईलाज



नोएडा। कोरोना वायरस से आयूर्वेद प्रेमियों को घबराने की जरूरत नहीं है. शुद्ध सात्विक आहार विहार का पालन करे. गिलोय और तुलसी का नियमित सेवन करें. यही दोनों औषध किसी भी तरह के respiratory infection से बचाने के लिए पर्याप्त है.


याद रखे किसी भी वायरस को नष्ट नहीं किया जा सकता है. लेकिन स्वयं का प्रतिरोधक तंत्र इतना मजबूत कर सकते हैं कि यह वायरस हानि ना कर सके. इस काम के लिए गिलोय और तुलसी पर्याप्त हैं.


 गिलोय की 6 - 7 इंच लंबे तने को चबाते हुए रस निगल लें. तुलसी की पत्तियों को पीसकर शुद्ध शहद मिलाकर चाट लें. एक दो काली मिर्च मिला लें. इतने से ही इम्यून सिस्टम बे‍हतर होने लगेगा.


यदि किसी को गिलोय को चबाना चूसना तुलसी की पत्तियों को पीसना सिरदर्दी का काम लगता है तो बाजार से नामी गिरामी फार्मेसी की तुलसी घनवटी और गिलोय सत्व ले।  आएं . दो गोली तुलसी घनवटी की चबाकर ऊपर से एक ग्राम गिलोय सत्व मिला हुआ शहद चाट लें. बस हो गया काम कोरोना ही नहीं किसी भी प्रकार के वायरस के प्रति अभेद्द्य सुरक्षा कवच इन दोनों के सेवन से मिल जाता है।


साथ ही मांसाहार से बचें तथा भोजन से पूर्व हाथों को गर्म पानी तथा साबुन अथवा राख से अच्छी तरीके से साफ करें. सर्दी तथा जुखाम से संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें खांसते तथा छीकते वक्त मुंह तथा नाक पर कपड़ा अथवा टिशु पेपर का इस्तेमाल करें चीन की यात्रा से बचें तथा चीन द्वारा निर्मित किसी भी खाद्य पदार्थ को लेने से परहेज करें.