नोएडा में पुलिस कमिश्नर को ये पॉवर होंगे

नोएडा। लखनऊ और नोएडा में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू करने के साथ ही अब इन दोनों ही शहरों के पुलिस प्रशासन की कमान एसएसपी के बजाए कमिश्नर के हाथ में होगी. यह यूपी पुलिस में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है.



 अब कानून और व्यवस्था के सिलसिले में अब तक तक जो पावर एडीएम और एसीएम के पास होती थी अब वह पुलिस के पास चली गई है. इसके साथ ही डीएम की मजिस्ट्रेट स्तर की पावर भी अब कमिश्नर के हाथ में चली गई है. इस फैसले में तह से देखें तो  इससे आईपीएस कॉडर मजबूत जबकि आईएएस कॉडर की पावर कम हो जाएगी.  


इसके साथ ही ट्रांसफर पोस्टिंग का अधिकार भी कमिश्नर के पास होंगे. बहरहाल, थानों में पोस्टिंग को लेकर डीएम और एसएसपी के बीच कई जगहों पर झगड़ा भी देखने को मिला है. हालांकि सीएम योगी आदित्यनाथ का दावा है कि यह पुलिस सिस्टम में एक बड़ा सुधार है और इसकी 50 सालों से जरूर थी और इस पर फैसला लेने के लिए राज्य सरकारें साहस नहीं कर पा रही थी


बता दें कि पुलिस आयुक्त प्रणाली में डीएम के अधिकार घट गए हैं। 
डीएम के 15 अधिकार अब  अब पुलिस आयुक्त को मिल गए हैं।
15 अधिनियम अब पुलिस आयुक्त के हवाले, जिसमें
एनएसए, गैंगेस्टर, गुंडा एक्ट अब CP के हवाले
फायर, इंटैलीजेंस, कारागार अधिनियम CP को
अनैतिक व्यापार, पुलिसद्रोह अधिनियम CP को.

दोनों जिलों में एडीजी रैंक का अफसर कमिश्नर 
दो जेसीपी, दो डीसीपी और महिला अफसर भी 
कानून-व्यवस्था, क्राइम, ट्रैफिक को अलग अफसर 
हर सीपी के अधीन एक महिला डीसीपी होगी.
लखनऊ के आईजी और एडीजी का रोल घटा,
मेरठ के आईजी और एडीजी का भी रोल घटा,
दोनों कमिश्नरों का सुपरविजन डीजीपी करेंगे,
नोएडा में कोई ग्रामीण थाना नहीं,
नोएडा में पूरा क्षेत्र कमिश्नर के अधीन होगा।