ऊँ खखोल्काय शान्ताय करणत्रयहेतवे।
निवेदयामि चात्मानं नमस्ते ज्ञानरूपिणे।।
त्वमेव ब्रह्म परममापो ज्योती रसोमृत्तम्।
भूर्भुव: स्वस्त्वमोङ्कार: सर्वो रुद्र:सनातन:।
भगवान सूर्यदेव हमेशा आपको तेज प्रदान करें।
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः
ऊँ खखोल्काय शान्ताय करणत्रयहेतवे।
निवेदयामि चात्मानं नमस्ते ज्ञानरूपिणे।।
त्वमेव ब्रह्म परममापो ज्योती रसोमृत्तम्।
भूर्भुव: स्वस्त्वमोङ्कार: सर्वो रुद्र:सनातन:।
भगवान सूर्यदेव हमेशा आपको तेज प्रदान करें।
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः