** उद्घाटन कर्ता मंत्री ने मंच पर निकाली भड़ास
देव। देव में तीन दिवसीय सूर्य महोत्सव का मंच आज राजनीति का मंच बन कर रह गया। यहां मंत्री ने आपस में राजनीति का कार्ड खेलने से नहीं चूके। एक दूसरे पर आरोपों की झड़ी लगा दी।
देव में भगवान भाष्कर के जन्मदिवस पर आयोजित सूर्य महोत्सव के प्रथम दिन महोत्सव का उद्घाटन बिहार के खान एवं भूतत्व मंत्री सह प्रभारी मंत्री ब्रज किशोर बिंद ने किया । इस दौरान भाजपा विधान पार्षद राजन कुमार सिंह , विधायक आनंद शंकर सिंह ,जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल , पुलिस कप्तान दीपक बरनवाल , एडीएम सुधीर कुमार ,उप विकास आयुक्त अंशुल कुमार , एसडीपीओ अनूप कुमार , एसडीओ प्रदीप कुमार , जिला परिवहन पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा , बीडीओ अमरेश मिश्रा , सीओ अरुण कुमार गुप्ता , जिला पार्षद शशि भूषण शर्मा , मुखिया उमा देवी सहित अन्य लोग उपस्थित थे ।
मंच पर पूर्व मंत्री रामाधार सिंह ने प्रभारी मंत्री को जेल जाने की बात कह दी, तो दूसरी ओर प्रभारी मंत्री ने डीएम को खुले मंच से आदेश देते हुए कहा कि रामाधार सिंह को किसी भी कीमत पर मंच पर नहीं बुलावें।
महोत्सव उद्घाटन के पश्चात पूर्व मंत्री रामाधार सिंह ने महोत्सव व्यवस्था पर चुटकी ली और कहा कि यहां इतनी अच्छी व्यवस्था की गई है कि यदि कोई यहां कुर्सी का कोई फ़ोटो खींचकर भेज दे, तो सब पोल खुल जायेगा।
उन्होंने कहा कि जब हम सता में थे तो 50 लाख का बजट हुआ करता था। तब कई महान कलाकार आते थे, लेकिन इस बार अनूप जलोटा जैसा कलाकार आये हैं, जो बेहद ही दुखद हैं।
उन्होंने कहा कि अब बजट कम कर 30 लाख का कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि राजग की सरकार से महोत्सव की शुरुआत हुई है।सूर्य भगवान का जो खाता प्लाट है, वही देव किला का है।इस किला को हटाकर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करें। इसके साथ ही सीता थापा ,पचार पहाड़ को भी विकसित किया जाय। वहां खनन माफिया के ऊपर करवाई करें। सीता थापा,पचार पहाड़ को तोड़ा जा रहा है।
रामाधार सिंह ने आरोप लगाया कि 4 करोड़ से देव प्रखड का निर्माण हुआ, लेकिन घटिया कार्य हुआ है। कई बार जांच के लिए कहा, लेकिन कोई जांच नही हुआ। देव थानाध्यक्ष नक्सलियों के मुखबिर को थाने में बुलाकर बैठक करते है। जिले में आगे आगे सड़क का निर्माण हो रहा हैं, पीछे से टूटता जा रहा है। नल जल में काफी गड़बड़ी हो रही है।जांच की जरूरत है। सब पोल खुल जायेगा।
उन्होंने कहा कि 23 एकड़ 33 डिसमिस जमीन देव में है, और देव के पताल गंगा में मेडिकल कॉलेज बनने से कोई रोक नहीं सकता है।
उन्होंने कहा कि औरंगाबाद प्रभारी मंत्री का पद बहुत खतरनाक है। जो भी बने हैं, उनमें से अधिक लोग या तो चुनाव हार गए या फिर सलाखों में चले गए। इसलिए औरंगाबाद के विकास के प्रति ध्यान दीजिए।
रामाधार सिंह के भाषण के बाद विधान पार्षद राजन सिंह व विधायक आनंद शंकर पर भी जमकर भड़ास निकाली।विधायक आनंद शंकर सिंह ने कहा कि देव सूर्य मंदिर की महिमा किसी से छिपी हुई नहीं हैं। लाखों की संख्या में यह व्रत करने के लिए आते हैं। इस बार देव छठ मेला के दौरान जो भगदड़ हुई उसके बाद हमने मुख्यमंत्री से मिलकर मास्टर प्लान बनाने की मांग किया। आज जिला प्रशासन के द्वारा मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। पूर्व मंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आपने अपने गांव का विकास किया है। देव के कई गांवों को सड़क से दूर रखा।लेकिन आपने ऐसे महोत्सव में जो उपहास किया, ऐसा नही करना चाहिए। इस गलत परम्परा को बंद कर दें। इस मंच को राजनीतिक मंच नहीं बनाएं।किसी की निजी जिंदगी में नही झांके।
विधान पार्षद राजन सिंह ने कहा कि रामाधार सिंह जब भी महोत्सव में आते हैं तो कटाक्ष करते हैं ।उन्हें नसीहत देते हुए कहा कि विकास कीजिए, विरोध नहीं।ऊपर वाले के हाथ में है सब कुछ। कोई मनुष्य किसी न तो बना सकता है और न ही कुछ बिगाड़ सकता है। यहां का कैसे विकास हो, इसपर चर्चा होनी चाहिए।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिसको जैसी भावना मन में रहता है, वैसा ही करता है ।वह कभी बदल नहीं सकता। मैंने किसी पर आज तक कोई टिप्पणी नहीं किया। मैं सिर्फ विकास किया हूं, रामाधार बाबू ! मैं भी जेल जाने वाला हूं क्या? जो गलती करता है, सजा उसी को मिलता है। मैं जेल जाने वाला नहीं हूं। देव की महिमा को धूमिल नहीं कीजिये। छतरी छाया देता है वह कभी धोखा नहीं देता है। कर्म से सब कुछ मिलता है।जात के आधार पर महानता नही होती है। कर्म के आधार पर मिलता है। जाति- धर्म के नाम पर इस महोत्सव को खराब नहीं करें।रामाधार बाबू ! बता देना चाहता हूं कि दोबारा रिकॉर्ड तोड़ कर विधानसभा में आयेंगे। लेकिन आपने जो किया है, वह सही नहीं है। उन्होंने डीएम को निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे लोगों को मंच पर आने नहीं दें। लोग तालियां पीटते रहे और देव महोत्सव राजनीति के शब्दबाण से गूंजता रहा।