कोविड 19 के तीसरे फेज में जाने से रोकने के लिए जिम्स ने किया गाइड लाइन जारी

नोएडा। जिम्स ने गौतमबुद्ध नगर में जनता के लिए चेतावनी जारी कारते हुए कोरोना वायरस संक्रमण के तीसरी स्टेज में जाने से रोकने के लिए गाइडलाइन जारी की है। तीसरे स्टेज में सामुदायिक संक्रमण का खतरा हॉट है।  जिम्स की गाइड लाइन में स्पष्ट उल्लेख किया गया है।



जिम्स ने बताया है कि भारत के राज्य उत्तर प्रदेश में जनपद गौतमबुद्ध नगर में स्थित ग्रेटर नोएडा में अभी भी बड़े पैमाने पर स्टेज 1 और स्टेज 2 पाॅजिटिव केस मिल रहे हैं। यानी अंतरराष्ट्रीय ट्रेवल हिस्ट्री वाले मामले या ट्रेवल हिस्ट्री वाले लोगों के करीबी संपर्क वाले मामले सामने आ रहे हैं।


जिम्स ने कहा,  लेकिन हम स्टेज-3 यानी सामुदायिक प्रसारण (Community Transmission) के कगार पर हैं,  जिसमें ऐसा व्यक्ति कोरोना पाॅजिटिव पाया जाता है, जिसने न तो विदेश यात्रा की है और न ही उन लोगों के साथ नजदीकी संपर्क में हैं। इस स्थिति में पता ही नहीं होता है कि कौन महामारी (COVID-19) फैला रहा है।


जिम्स ने बताया कि समस्त स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस बात पर सहमत हैं कि अभी हमारे यहां कोविड-19 संक्रमण वाले मामले हैं,  जिनका अभी तक निदान नहीं किया गया है। जिन लोगों को हल्के से भी लक्षण कोरोना के दिखें, उन सभी को कोरोना के संक्रमण की पुष्टी करवाना आवश्यक है।


कोविड -19 यानि कोरोना महामारी के निम्न प्रकार के लक्षण हो सकते हैं, जैसे 3 से 10 दिनों तक बुखार का होना, गले में खराश एवं शरीर में ऐंठन, लगातार खांसी होना एवं सांस फूलना, सांस लेने में कठिनाई, बार-बार छींकना और आंख से पानी आना व नाक का बहना।


अगले 12 दिनों में वे सभी लोग जिनको उक्त में से कोई लक्षण हो रहा हो तो वह सभी लोग राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोएडा या नजदीक किसी अन्य चिकित्सा संस्थान में कोविड-19 से बचाव एवं उपचार हेतु जांच करवाना उचित समझें। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि पाये गये सभी लोग इस महामारी का आगे प्रसार न करें। यह तभी संभव है, जब हम समस्त क्षेत्रवासियों, शहरी एवं ग्रामीण जनता अपने-अपने घर में रहकर ही इससे बचें। हमारा घर में रहना ही इस वायरस के विरुद्ध सबसे शक्तिशाली हथियार है।


जिम्स ने कहा, कोविड-19 महामारी के स्टेज-3 में खुद को जाने से बचाने का हमारे पास एक मौका यह है कि अगले 12 दिनों तक हम सभी भारतीय और क्षेत्र वासियों, शहरी-ग्रामीण लोगों को अपने-अपने घरों में ही रहना चाहिए। अगर कोई बहुत ही आवश्यक कार्य है और घर से बाहर जाना पड़े तो उचित सामाजिक दूरी (Socialist Distance) रखने का सरकार की सलाह का पालन आवश्यक करना चाहिए।


जिन देशों को सामाजिक दूरी बनाने में एवं अपने देश को लाॅकडाउन रखने हेतु निर्णय लेने में देर लगी, अब वह सभी देश लाॅकडाउन होकर अपने घरों में रह रहे हैं।


घर पर रहने या अत्यंत ही आवश्यक कार्य से बाहर जाते समय सामाजिक दूरी रखने एवं फेस मास्क उपयोग करने की शपथ ही हमें बचा सकती है।


अगर हम सभी क्षेत्रवासियों, शहरी एवं ग्रामीण जनता मूर्खतापूर्ण तरीके से सरकार की सलाह को अनदेखा करने का निर्णय लेते हैं तो इटली और स्पेन जैसी भयावह स्थिति से हमारा देश बच नहीं सकता है। चिकित्सा विशेषज्ञ ने एक महत्वपूर्ण बात कही है कि 100 लोगों का संयम, एक व्यक्ति की मूर्खतापूर्ण बात से परिणाम बदल देता है।


ध्यान रहे कोविड-19 ज्यामितीय अनुपात में फैलता है। लेकिन अपने घर में रहने और घर से बाहर जाते समय सामाजिक दूरी रखने और फेस मास्क के उपयोग से यह शीघ्र ही समाप्त हो सकता है।