होली के बाद चुनावी खुमार
नई दिल्ली। रंगों का खुमार उतरने के साथ सियासी घमासान तेज हो रहा है।  उत्तर प्रदेश में रविवार से जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह सहित भारतीय जनता पार्टी के आधा दर्जन दिग्गजों ने प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है, वहीं प्रियंका गांधी प्रयाग से वाराणसी तक गंगा यात्रा के बाद अब रेल व सड़क मार्ग से दौरों की शुरुआत करने जा रही हैं। कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की सोमवार को होने वाली बैठक में लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के घोषणापत्र को अंतिम रूप दिया जाएगा। बिहार में भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और महागठबंधन ने पहले दो चरण को लेकर कमर कस ली है।  झारखंड में भाजपा नीत राजग गठबंधन के खिलाफ झारखंड मुक्ति मोर्चा, झारखंड विकास मोर्चा और कांग्रेस ने आज महागठबंधन बनाकर सीट बंटवारे की घोषणा कर दी लेकिन बनने के साथ ही इसमें बिखराव की स्थिति पैदा हो गई क्योंकि राजद ने अपने लिए छोड़ी गई एकमात्र पलामू की सीट स्वीकार करने से इनकार कर दिया है।

 

रविवार को उत्तर प्रदेश में अपने अभियान की शुरुआत करते हुए भाजपा ने रैलियों की झड़ी लगा दी। विजय संकल्प सभा के नाम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर जिले में शाकुम्भरी देवी के दर्शन के साथ प्रचार की शुरुआत की। शाह ने आगरा, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बरेली में रैली की। राजनाथ सिंह ने लखनऊ में पांच बैठकें कर अपने प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है। केशव मौर्य ने पीलीभीत,  उत्तर प्रदेश प्रभारी जेपी नड्डा ने संभल में चुनावी रैली को संबोधित किया। आगरा कॉलेज में शाह ने पीयूष गोयल के साथ जनसभा को संबोधित किया। 

 

उधर समाजवादी पार्टी ने  आज मुलायम सिंह यादव को भी अपने स्टार प्रचारकों की सूची में डाल दिया, जिनके सूची में न होने पर तरह तरह की चर्चा थी। समाजवादी पार्टी -बहुजन समाज पार्टी व राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन अगले माह के पहले सप्ताह से अपने प्रचार अभियान की औपचारिक शुरुआत करेगा। सपा-बसपा और रालोद की पहली चुनावी रैली देवबंद सहारनपुर में होगी। इस बीच सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आजमगढ़ से लोकसभा चुनाव लडऩे का ऐलान कर दिया है। आजम खान एक बार फिर से रामपुर से चुनाव लड़ेंगे।  

 

कांग्रेस महासचिव व पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी इसी हफ्ते अवध क्षेत्र का दौरा कर पार्टी का प्रचार करेंगी। दिल्ली से कानपुर तक की उनकी प्रस्तावित यात्रा व अन्य कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।  बिहार में भितरघात की भी खबरें जोरों पर हैं। टिकटों की घोषणा होने के बाद  दोनों पक्षों को भितरघात का डर सता रहा है। मिसाल के तौर पर वाल्मीकिनगर सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद सतीश चंद्र दूबे का टिकट कटने से उनके समर्थकों ने विरोध की धमकी दी है। औरंगाबाद में वरिष्ठ नेता निखिल कुमार के समर्थकों ने काफी हंगामा किया