शत्रु गए राजद के झोली में

पटना।  राष्‍ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव की नसीहत, हिंदुस्‍तानी अवाम मोर्चा (हम) सुप्रीमो जीतनराम मांझी की महत्वाकांक्षा के विस्तार और विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) प्रमुख मुकेश साहनी के चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा के बाद माना जा रहा है कि महागठबंधन में अभी भी बहुत कुछ सही नहीं चल रहा है।


इस बीच सूत्रों के मुताबिक राजद के संभावित उम्मीदवारों की एक सूची समाने आई है। इस पर अगर भरोसा करें तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बागी सांसद शत्रुघ्‍न सिन्‍हा पटना साहिब सीट से राजद के प्रत्याशी होंगे। दिल्ली-पटना-रांची में कई दौर के महामंथन के बाद भी सीट विभाजन का मामला पूरी तरह सुलझा नहीं है। कांग्रेस के हिस्से की 11 सीटें निर्धारित कर देने के बाद बाकी सीटों के विभाजन के लिए घटक दलों में कलह शुरू है। उधर, राजद ने साथी दलों से हैसियत के अनुसार सीटें मांगने की सलाह दी है।


राजद अध्यक्ष और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद के अल्टीमेटम के बाद कांग्रेस सहित सभी सहयोगी दलों ने महामंथन कर सीट विभाजन के फॉर्मूले को मोटे तौर पर फाइनल कर लिया था। शुक्रवार को कांग्रेस ने चुनाव संचालन समिति की बैठक के बाद यह भी घोषणा कर दी गई कि रविवार को प्रेस वार्ता करके सब कुछ बता दिया जाएगा। साथ ही दावा भी किया था कि कांग्रेस के हिस्से में 11 लोकसभा सीटें आई हैं।


   राष्‍ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव की नसीहत, हिंदुस्‍तानी अवाम मोर्चा (हम) सुप्रीमो जीतनराम मांझी की महत्वाकांक्षा के विस्तार और विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) प्रमुख मुकेश साहनी के चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा के बाद माना जा रहा है कि महागठबंधन में अभी भी बहुत कुछ सही नहीं चल रहा है।


इस बीच सूत्रों के मुताबिक राजद के संभावित उम्मीदवारों की एक सूची समाने आई है। इस पर अगर भरोसा करें तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बागी सांसद शत्रुघ्‍न सिन्‍हा पटना साहिब सीट से राजद के प्रत्याशी होंगे। दिल्ली-पटना-रांची में कई दौर के महामंथन के बाद भी सीट विभाजन का मामला पूरी तरह सुलझा नहीं है। कांग्रेस के हिस्से की 11 सीटें निर्धारित कर देने के बाद बाकी सीटों के विभाजन के लिए घटक दलों में कलह शुरू है। उधर, राजद ने साथी दलों से हैसियत के अनुसार सीटें मांगने की सलाह दी है।


राजद अध्यक्ष और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद के अल्टीमेटम के बाद कांग्रेस सहित सभी सहयोगी दलों ने महामंथन कर सीट विभाजन के फॉर्मूले को मोटे तौर पर फाइनल कर लिया था। शुक्रवार को कांग्रेस ने चुनाव संचालन समिति की बैठक के बाद यह भी घोषणा कर दी गई कि रविवार को प्रेस वार्ता करके सब कुछ बता दिया जाएगा। साथ ही दावा भी किया था कि कांग्रेस के हिस्से में 11 लोकसभा सीटें आई हैं।