15 अप्रैल से लॉकडाउन खुलता है तो हालात बहुत चुनौतीपूर्ण होंगे : योगी आदित्यनाथ

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोविड-19 की जंग में फुल एक्शन में हैं। वह अधिकारियों के साथ बैठक कर वह आदेश दे रहे हैं, जो प्रदेश की जनता और गरीबों के हित में है। वे साथ ही प्रदेश की जनता से अपील कर रहे हैं कि वह पब्लिक डिस्टेंस का पालन करें और बिना वजह घर से ना निकलें। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे और उन्हें दोनों टाइम भोजन उपलब्ध कराया जाए। इसके लिए उन्होंने प्रदेश के हर जिलाधिकारियों को स्पष्ट आदेश दे दिया है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि हर जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचने की जिम्मेदारी डीएम की होगी।



मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में आला अफसरों के साथ बैठक की। इस दौरान योगी ने कहा कि बिना मास्क के घर से बाहर निकलने की बिल्कुल अनुमति नहीं होगी। इसके लिए सरकार गरीबों को फ्री में खादी के मास्क उपलब्ध कराएगी।  मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि लॉकडाउन समाप्त होता है तो एपेडमिक एक्ट के तहत सबको पहनना मास्क होगा। यूपी सरकार 23 करोड़ जनता के लिए 66 करोड़ खादी के ट्रिपल लेयर स्पेशल मास्क तैयार कराएगी। ये स्पेशल मास्क, ग़रीबों को फ्री में मिलेगा। इसके साथ अन्य नागरिकों को खादी मास्क बेहद सस्ते दाम में उपलब्ध होगा। खादी मास्क कपड़े का रीयूज वाला वाशेबुल मास्क होगा। 


इससे पहले शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर टीम-11 की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर 15 अप्रैल से लॉकडाउन खुलता है तो हालात बहुत चुनौतीपूर्ण होंगे। ऐसे में जो जहां फंसा होगा, वहां से आने का प्रयास करेगा। इन हालातों में सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराना बेहद चुनौतीपूर्ण होगा। इसके लिए अभी से कार्य योजना तैयार करें। स्कूल, कॉलेज, अलग-अलग तरह के बाजार और मॉल कब और कैसे खुलेंगे इसकी कार्ययोजना तैयार करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर जरूरतमंद तक समय से भोजन पहुंचाना सुनिश्चित करें। इसके लिए स्वयंसेवी संस्थाओं की भी मदद लें। संबंधित जिलों के डीएम से समन्वय कर आंगनबाड़ी का पौष्टिक आहार भी घर-घर तक पहुंचाएं।


कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 14 अप्रैल तक पूरे देश में लॉकडाउन है। बाजार बंद हैं। ट्रेनें, बसें, हवाई जहाज, टैक्सियां कुछ भी नहीं चल रहा। ऐसे में सरकार ने लॉकडाउन खोलने की तैयारियों पर चर्चा शुरू कर दी  है। शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें कहा गया लॉकडाउन खुलने का मतलब पूरी छूट नहीं होगा। यूपी सरकार 14 अप्रैल के बाद लोकडाउन हटने की सूरत में कई बन्दिशें बरकरार रखेगी। इसका मकसद अफ़रातफ़री को रोकना व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का है। 


स्कूल कालेज बंद रहेंगे, फंसे लोगों को मिलेगी तरजीह
सूत्रों के मुताबिक, सरकार बेसिक  व माध्यमिक स्कूल व कॉलेज आगे भी एक निश्चित अवधि तक बंद रखेगी लेकिन टेक्निकल व व्यवसायिक कॉलेज खोलने की तैयारी है। लॉकडाउन जब खुलेगा तब पहले उन लोगों को आने जाने में तवज्जों दी जाएगी, जो कई दिनों से इधर उधर फंसे हुए हैं। और घर नहीं जा पा रहे हैं। इसके लिए सीमित दायरे में परिवहन सेवा शुरू होगी। बाजार व मंडियां खुल सकती हैं, माल रह सकते हैं बंद बाजार व मंडियों को खोला जाएगा। माल में मल्टीपलेक्स को इस दायरे से बाहर रखने की योजना बन रही है। मुख्यमंत्री का कहना है कि डीएम व एसपी पहले लॉक डाउन हटाने के बाद के हालात का आकलन अभी कर लें, जिससे बाद की आने वाली मुश्किलों से निपटा जा सके। सरकार का जोर 15 के बाद भी कही भी किसी रूप में भीड़ न लगने देने का है। मौजूदा वक्त की सारी ऐहतियात बाद में भी सख्ती से बरती जाएगी। इसमें समूह में न निकलने से लेकर सैनिटाइजेशन तक शामिल हैं।