बिहारी होने का रंग ही अलग है

 एक बिहारी, सब पर भारी


 


बिहार और बिहारी होना साधारण बात नहीं है। बिहारी अक्सरहाँ मनमिजाजी, मनमौजी होते हैं। बिहार और बिहारी होने में बहुत खूबियां है। यह बिहार ही है, जो राजनीति शिखर से लेकर कालजई संस्कृति का बड़ा केंद्र है। आइए, जानते हैं बिहार की एक झलकियां:-


22 मार्च 1912 को बंगाल से अलग कर बिहार प्रदेश को अलग राज्य की मान्यता अंग्रेजी शासन काल में मिली. जिसमें तत्कालीन उड़िसा और झारखंड सम्मलित थे।


पुन: 1 अप्रैल 1936 में बिहार का विभाजन उड़िसा को अलग कर किया गया।


15 नवम्बर 2000 को एक बार फिर बिहार का विभाजन कर झारखंड राज्य का गठन किया गया।


इस तरह से बिहार का क्षेत्रफल 94,163 वर्ग किमी रह गया है।


आजादी के बाद बिहार सर्वाधिक तेजी से विकास करनेवाला राज्य था।
श्रीकृष्ण सिंह जो बिहार के पहले मुख्यमंत्री थे के द्वारा बिहार को आधुनिक राज्य बनाने के लिए कई कदम उठाये गये।
बिहार को औधौगिक राज्य बनाने के लिए रुस के सहयोग से बोकारो स्टील सिटी का निर्माण किया गया।
बंगाल विभाजन के बाद सभी उधोग और खनीज बिहार में थे जबकि सारे कार्यालय कोलकाता में और अधिकारी, कर्मचारी बंगाली हुआ करते थे. बिहारी मजदूर के रुप में कार्यरत थे।
श्रीकृष्ण सिंह ने सारे कार्यालय राँची स्थानांतरण की योजना अपने मित्र प्रधानमंत्री नेहरु जी को बताया. नेहरु जी ने इतने बड़े कदम उठाने से रोका मगर श्रीकृष्ण सिंह के अड़ जाने पर नेहरु जी ने इजाजत दे दी।
बिहार पुलिस के सैकड़ों वाहन छुट्टी के दिन कोलकाता कार्यालय पहूँच कर सारे आलमारी और टेबल एक दिन में राँची सिफ्ट कर दिये गये।
सुबह जब बंगालियो की निंद खुली तो उनके होश उड़ गये।
बिहार जाबो ना , सातु खाबो ना।
के नारे दिये गये।



श्रीकृष्ण सिंह ने बिहार को औधौगिक और कृषि के क्षेत्र में आधुनिक बनाने के लिए एक तरफ उधोगों को बढ़ावा दिया तो दूसरी तरफ कृषि हेतु नहरों के जाल बिछाने और कृषि संसाधन के विकास पर ध्यान दिया.
वर्तमान सरकार ने सड़क , बिजली को प्राथमिकता देकर राज्य को गति प्रदान करने का कार्य किया है।


भगवान श्रीराम का ससुराल जनकपुर मिथला
सर्वाधिक शक्तिशाली महिला सीता माँ जनकपुर
वाल्मीकि जी का आश्रम, भैसा लोटन बाल्मीकि नगर।
वैशाली गणराज्य
मगध साम्राज्य
राजगृह का जरासंध
दानवीर कर्ण अंगदेश भागलपुर
गौतम बुद्ध की कर्मभूमि बिहार
महावीर जैन की कर्मभूमि बिहार
मुक्ति स्थान - गया
नालंदा विश्वविधालय
विक्रमशीला विश्वविधालय भागलपुर
बापु की कर्मभूमि चम्पारण
मंडन मिश्र
विधापति
रामधारी सिंह दिनकर


किनकी चर्चा की जाय जिस पर आपको गर्व नहीं होगा।*


बिहार महान है।*
बिहारी भारत की पहचान हैं।
बिहारी होने पर गर्व महसूस करें।


अपने महत्व को पहचानने के लिए बिहार के इतिहास का अध्ययन करें।*
बिहार का राजकीय पशु- बैल
राजकीय पक्षी- गौरैया.
राजकीय फूल- गेंदा
राजकीय वृक्ष- पीपल
राजकीय मछली- मांगुर
राजकीय प्रतीक - बोधिवृक्ष
राजकीय भाषा- हिंदी
द्वितीय भाषा - उर्दु।