पीएफ के साथ मुफ़्त इंश्योरेंस का लाभ

नोएडा। नौकरीपेशा लोगों के लिए प्रोविडेंट फंड यानि कि पीएफ भविष्य की बचत के मामले में बेहद अहम है। लेकिन ऐसा नहीं है कि पीएफ सिर्फ बचत ही है, इसके साथ ही पीएफ से नौकरीपेशा लोगों को कई अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं,जिनती लोगों को कम जानकारी होती है। यहां हम पीएफ के ऐसे ही फायदों के बारे में बता रहे हैं, जिनके बारे में जानकर कोई भी नौकरीपेशा व्यक्ति फायदा उठा सकता है।



मिलता है इंश्योरेंसः पीएफ खाते के साथ लोगों को स्वतः ही बीमा भी मिल जाता है। Employees Deposit Linked Insurance योजना के तहत नौकरीपेशा लोगों को 6 लाख रुपए तक का बीमा भी मिल जाता है। इसके अलावा आधार से लिंक अपने पैन कार्ड नंबर की मदद से व्यक्ति अपने पीएफ खातों को लिंक भी कर सकते हैं। इस तरह नौकरी बदलने पर एक खाते से दूसरे पीएफ खाते में पैसा ट्रांसफर करना बेहद आसान हो गया है।



पेंशन की सुविधाः ईपीएफओ एक्ट के तहत कर्मचारी की बेसिक सैलरी और डीए का 12 फीसदी पीएफ खाते में जाता है। वहीं कंपनी भी इतनी ही रकम कर्मचारी के पीएफ खाते में जमा कराती है। कंपनी के 12 फीसदी में से 3.67 फीसदी कर्मचारी के पीएफ खाते में जाता है, वहीं बाकी 8.33 फीसदी कर्मचारी पेंशन स्कीम में जाता है। बाद में यह रकम कर्मचारी को पेंशन के रुप में मिलती है।



निष्क्रिय खातों पर ब्याजः ईपीएफओ द्वारा निष्क्रिय पड़े खातों पर भी ब्याज दिया जाता है। हालांकि साल 2016 में ईपीएफओ ने इस नियम में बदलाव करते हुए 3 साल तक ही निष्क्रिय खातों पर ब्याज देने का नियम बना दिया था। हालांकि निष्क्रिय खातों से 5 साल के बाद पैसे निकालने पर कर्मचारियों को टैक्स का भुगतान करना पड़ेगा। साथ ही पीएफ से अब पैसे निकालना भी बेहद आसान हो गया है। कर्मचारी अब जरुरत पड़ने पर अपनी पीएफ राशि का 90 फीसदी तक निकाल सकते हैं।