शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए मिल चुका है नागेन्द्र चौरसिया को राष्ट्रीय सम्मान

नागेन्द्र चौरसिया को शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए मिल चुका है राष्ट्रीय सम्मान
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जीवन मिलता नहीं है, निर्मित करना होता है। 
जन्म मिलता है, जीवन निर्मित करना होता है। 
इसीलिए मनुष्य को शिक्षा की जरूरत है। 
शिक्षा का एक ही अर्थ है कि हम 
जीवन की कला सीख सकें।


आज चौरसिया समाज के उत्थान के लिए देश भर में  समाज के बड़े - बड़े संगठन खड़े कर दिए गए हैं। इन संगठनों के दावे- प्रतिदावे ऐसे होते हैं, की सामने वाले तुरंत सपनों की दुनियां में उतर जाता है। बड़ी- बड़ी घोषणाओं की अम्बार लगी होती है। विकास की सब्ज़बाग की बात ही अलग है। चाहे आपको कुछ मिले या न मिले, पर उनके हसीन सपने आकाश कुसुम या ओस की बूंदों की तरह जरूर मृगमरीचिका छोड़ देता है। 
आप उस हसीन सपनों की दुनियां से बाहर निकलें।


 कमसे कम बच्चों को शिक्षित करें। चौरसिया समाज का एक बच्चा अनपढ़, अशिक्षित न रहे, इसपर भी गौर करने की बड़ी जरूरत है। अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दें, उससे ज्यादा तकनीकी शिक्षा पर बल दें। चौरसिया समाज का हर बच्चा कामयाब हो, इसके लिए हमें बहुत कुछ करना होगा। समाज में इसके लिए अलख भी जगाने की भी जरूरत है।



इस कड़ी में हम बात करने जा रहे हैं चौरसिया समाज के शिक्षा क्षेत्र से जुड़े एक ऐसे व्यक्तित्व का जो कुछ साल पहले शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने की ओर अग्रसर हुए।
महाराजगंज के प्राथमिक विद्यालय - मोहनगढ़ क्षेत्र बृजमनगंज के प्रधानाध्यापक नागेन्द्र कुमार चौरसिया को जनपद महराजगंज में किए जा रहे नित्य नए नवाचारों एवं स्मार्ट क्लास संचालित करने के लिए उन्हें राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया l यह राष्ट्रीय शैक्षिक विचार विमर्श एवं सम्मान समारोह हरियाणा के कुरुक्षेत्र में आयोजित किया गया  जिसमे पूरे देश के 15 राज्यों से लगभग 300 उत्कृष्ट शिक्षक के साथ ही साथ इंग्लैंड, कनाडा, यूएसए, जार्जिया के शिक्षाविद् ने भी प्रतिभाग किया था।
 
उक्त समारोह में उत्तर प्रदेश के 28 नवाचारी शिक्षकों ने अपने PPT के माध्यम से अपने स्कूल में किए जा रहे नित्य नए क्रियाकलापों से अवगत कराया जिसमें जनपद महराजगंज का प्रतिनिधित्व करते हुए नागेन्द्र कुमार चौरसिया ने किया था। तब उन्होंने बताया था कि पुरानी रटने वाली शिक्षा प्रणाली से हट कर ICT एवं नए TLM की सहायता से वे अपने स्कूल में तमाम ऐसे ड्रॉप आउट बच्चों को स्कूल से जोड़ा जो स्कूल में पढ़ने से मना कर दिया था l
इन्ही नवाचारों के लिए एवं अपने कर्तव्यों के सफल निर्वहन के लिए नवोदय क्रांति परिवार ने इन्हे राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया l उसके पहले भी नागेन्द्र चौरसिया को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, डायट प्राचार्य महराजगंज, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बलरामपुर, बेसिक शिक्षा निदेशक के साथ ही साथ अनेक संस्थान ने भी सम्मानित किया है l