स्वीटी चौरसिया को मिला " एलएनसीटी खेल रत्न "

हौसले के तरकश में,


कोशिश का तीर जिंदा रख...


हार जा चाहे जिंदगी में सब कुछ,


 मगर फिर से जीतने की उम्मीद जिंदा रख।।



मध्यप्रदेश निवासी स्वीटी चौरसिया को एलएनसीटी खेल रत्न से सम्मानित किया गया है। यह स्वीटी चौरसिया को कम आयु में एक बड़ी उपलब्धि है। उसने कई गोल्ड मेडल व सिल्वर मेडल हासिल कर अपनी प्रतिभा, अपनी उपलब्धियों को साकार किया है।


चौरसिया समाज के बच्चे तकरीबन हर क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों का डंका बजा रहे हैं। वे समाज के पुरापंथी विचारों से हटकर कुछ अलग सोच रख रहे हैं। यह उन दकियानूसी सोच पर प्रहार है, जो चौरसिया समाज के बड़े मंचों पर झूठे सपने बेचकर तालियां बटोरते हैं। अजीब बात मैं इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि चौरसिया समाज के नायक, प्रतिनायक अथवा रहनुमाई करने वाले लोग चौरसिया समाज के प्रतिभावान बच्चों के हौसले अफ़जाई पर न कोई बधाई संदेश देते हैं, न टिप्पणी करते हैं और न एक लाईक करने की ज़हमत ही उठाते हैं। यह बदलाव का युग है। आपके प्रेरित न करने पर भी ये बच्चे आज शिखर छूने को बेताब हैं। ये बच्चे अब आपकी दया की भीख मांगने से उपर उठ रहे हैं।


आइये, विषय पर लौटते हैं।  लक्ष्मी नारायण कॉलेज ऑफ़ टेक्नोलॉजी के वातानुकूलित ऑडिटोरियम में गत दिनों आयोजित शॉर्ट पिच राष्ट्रीय क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन समारोह में श्रीमती पूनम चोकसे, वाइस चेयरपर्सन एलएनसीटी ग्रुप द्वारा संस्था की होनहार खिलाड़ी छात्रा स्वीटी चौरसिया को पिछले 4 वर्षों में उनके शानदार प्रदर्शन पर एलएनसीटी खेल रत्न से सम्मानित किया।


कंप्यूटर साइंस की छात्रा स्वीटी ने 8.73 सीजीपीए के साथ अपनी डिग्री कंप्लीट की। फाइनल ईयर में 9.25 एसजीपीए  खेलों के साथ- साथ तीन कंपनी में इनका सिलेक्शन भी हो चुका है। स्वीटी ने 6 बार आरजीपीवी विश्वविद्यालय का ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी में प्रतिनिधित्व किया। दो बार विश्वविद्यालय टीम की कप्तानी की एवं सात बार ओपन राष्ट्रीय ड्रॉप रोबॉल प्रतियोगिता में मध्य प्रदेश को पदक दिलाए,  जिनमें 4 गोल्ड और 2 सिल्वर रहे।


इसके साथ ही ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी ड्रॉप रोबॉल प्रतियोगिता में आरजीपीवी को सिल्वर एवं 5 मेडल दिलाए। खेल अधिकारी पंकज जैन ने बताया की स्वीटी चौरसिया ने ड्रॉप रोबॉल बेसबॉल सॉफ्टबॉल शॉर्ट पिच क्रिकेट वॉलीबॉल कबड्डी में एलएनसीटी की टीम में शामिल होकर खेल को आगे बढ़ाया एवं अपना नाम रोशन किया।