जूनियर हाई स्कूल के छत प्लास्टर गिरने के मामले में मीडिया से झूठ बोलकर विवादों के घेरे में बेसिक शिक्षा अधिकारी

नोएडा। नोएडा के सेक्टर 167 - 168 छपरौली-मंगरौली स्थित जूनियर हाई स्कूल के नए बिल्डिंग में छत का प्लास्टर गिरने के मामले में मीडिया से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सफेद झूठ बोलकर खुद विवादों के घेरे में आ गए हैं। उन्होंने जहां मीडिया को गुमराह करने की कोशिश की है, वहीं जिला प्रशासन व जिले केतमाम जनता को भ्रमित भी किया है।
गुरुवार को प्रातः 7:45 बजे छपरौली- मंगरौली के जूनियर हाई स्कूल की छत का एक हिस्सा भरभराकर गिर गया था। उस समय अधिकांश बच्चे स्कूल पहुंच गए थे और स्कूल के बाहर खेल रहे थे। तभी बरामदे के छत के प्लास्टर का एक हिस्सा गिर पड़ा।



गौरतलब है कि इसी बरामदे में बच्चे प्रार्थना करते हैं और स्कूल के शिक्षक टेबल-कुर्सी लगाकर बैठते भी हैं। हालांकि छत के प्लास्टर गिरते वक्त वहां कोई स्कूली बच्चा नहीं था। पर स्कूली बच्चों के सुरक्षा का प्रश्न तो था ?
इस प्रकरण पर जब पत्रकारों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी वेद प्रकाश गुप्ता से पूछा तो उन्होंने कहा कि जिस बिल्डिंग में प्लास्टर गिरा है, वहां बच्चे नहीं पढ़ते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि स्कूल की दूसरी बिल्डिंग में कक्षाएं चलती है, उसमें कोई छति नहीं हुई है।
जबकि मौके पर कवरेज करने पहुंचे पत्रकारों ने देखा था कि छत का जो प्लास्टर टूट कर गिरा है वह नए बिल्डिंग का ही है। इसकी फोटो भी ली। फिर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मीडिया से सफेद झूठ क्यों बोला? क्या बच्चों के सुरक्षा के मामले में वे अपने जिम्मेदारी से बचना चाह रहे हैं या बिल्डिंग बनानेवाले ठेकेदार को बचाना चाहते हैं या स्कूल के देखरेख करने वाले एजेंसी जैगवार कंपनी पर मेहरबान हैं?
इस प्रकरण पर जिम्मेवारी तय करने की जगह मीडिया से झूठ बोलकर बेसिक शिक्षा अधिकारी क्या चाहते हैं, वे तो वही जानें!
जबकि ग्राम विकास समिति ने जिलाधिकारी बीएन सिंह से इस प्रकरण पर जांच कराने की बात कह रहे हैं।