अपहरण कर्ताओं से सकुशल बरामद हुआ छात्र राजकमल चौरसिया

चौरसिया समाज का 10 वर्षीय अपहृत बच्चा राजकमल चौरसिया सकुशल बरामद 
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भभुआ( बिहार)।
 
बिहार के कैमूर जिले के सोनहन थाना क्षेत्र निवासी श्याम नारायण चौरसिया के 10 वर्षीय पुत्र राजकमल चौरसिया का अपहरण कर 15 लाख की फिरौती मांगी गई थी तथा नहीं देने पर जान से मार देने की धमकी भी दी गई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर  शनिवार को 7 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया है  



 रोहतास जिले के चेनारी थाना के कुढ़नू गांव निवासी श्याम नारायण चौरसिया का पुत्र राज कमल जिले के सोनहन थाना क्षेत्र के धर्मपुरा गांव में अपने मामा भीम चौरसिया के यहां रह कर पढ़ाई करता था। वह कक्षा दो का छात्र है। गुरुवार रात फिरौती मांगे जाने के बाद पिता ने सोनहन थाना में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई। एसपी ने एसडीपीओ भभुआ अजय प्रसाद के नेतृत्व में टीम गठित कर कार्रवाई शुरू की। जिसमें सीडीआर विश्लेषण के आधार पर बबलू मल्लाह को भगवानपुर बाजार से गिरफ्तार कर लिया गया। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि राजकमल को ओरगांव गांव निवासी राम दयाल के घर के कमरे में छिपाया गया है। इस जानकारी पर तत्काल पुलिस ने ओरगांव गांव पहुंच कर बताए गए स्थान पर स्थित घर को घेर लिया और बंद कमरे को खोलने के लिए कही। लेकिन अंदर से कोई नहीं बोला। तब पुलिस ने रोशनदान को तोड़ना शुरू किया। इसे देख अपराधियों ने कमरा खोल दिया। जहां गब्बर बिद, राम दयाल राम व चंद्रमा मल्लाह को गिरफ्तार कर लिया गया। कमरे में राजकमल को हाथ पैर बांध कर रखा गया था। उसके गर्दन पर कुल्हाड़ी रखी गई थी। गिरफ्तार अपराधियों ने बताया कि मास्टर माइंड प्रमोद कुमार है। दो साल पहले भी अपहरण का हुआ था प्रयास हुआ था।


गिरफ्तार अपराधियों ने बताया कि दो साल पहले भी इस बच्चे के अपहरण का प्रयास किया गया था। लेकिन गांव के एक व्यक्ति द्वारा देख लेने के कारण पूरी योजना असफल हो गई थी। दो माह पहले पूरी प्लानिग की गई थी। छात्र जिस स्कूल में पढ़ता है उसी स्कूल के सामने कृष्णा बिद रहता है। कृष्णा बिद ने गांव के फूलचंद्र बिद के साथ मिल कर अंडा खिलाने के बहाने से छात्र का अपहरण किया। इसके बाद पुलिस ने धर्मपुरा गांव में छापेमारी कर कृष्णा व फूलचंद को भी गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अपराधियों के अनुसार अपहरण की पूरी प्लानिग करने वाला मास्टर माइंड प्रमोद कुमार औरंगाबाद में सीमेंट फैक्ट्री में काम करता है। जिस पर पुलिस औरंगाबाद पहुंची। लेकिन किसी ने उसे पहले ही सूचना दे दी। इससे वह वहां से फरार हो गया। इसके बाद पुलिस ने मोबाइल डाटा का एनलिसिस करते हुए उसका पीछा की और अंतत: बेलांव मोड़ के पास पकड़ लिया। गिरफ्तार सभी अपराधियों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है।
राजकमल चौरसिया के सकुशल बरामदगी पर पुलिस को बहुत- बहुत धन्यवाद !