अवैध उगाही और पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ दिया नगर मजिस्ट्रेट को ज्ञापन

नोएडा। पथ विक्रेता अधिनियम का खुला उल्लंधन करते हुए पथ विक्रेताओं से अवैध वसूली एवं पुलिस उत्पीडन की घटनाओं पर रोक लगवाने की मांग को लेकर नोएडा शहर के रेहडी पटरी फुटपाथ के दुकानदारों ने सीटू के नेतृत्व में नगर मजिस्ट्रेट कार्यालय सैकटर-19, नोएडा पर कई सौ दुकानदारों ने जोरदार धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार, जिलाधिकारी, एस0एस0पी, मुख्य कार्यपालक अधिकारी नोएडा प्राधिकरण, विधायक पंकज सिंह आदि को सम्बोधित ज्ञापन दिया।



दिये गये ज्ञापन में मांग की गई है कि नोएडा प्राधिकरण द्वारा गठित नगर पथ  विक्रय समिति जब तक सभी पथ विक्रेताओं का सर्वे कर पंजीकरण लाईसेंस आदि कार्यवाही पूरी कर जगह मुहैया नहीं कराती है तब तक पथ विक्रेताओं को न हटाया जाये और उन्हें पूर्व निर्धारित जगह पर रोजगार करने दिया जाये। उक्त के लिए सभी थानों को पुलिस व प्राधिकरण के कर्मचारियों को निर्देश जारी किया जाये।


पुलिस चौकी, प्रभारी सैक्टर-27 नोएडा पर एक वर्ष तैनात चैकी इंचार्ज सौरभ यादव को निलम्बित कर अट्टा बाजार के दुकानदारों की शिकायत पर जांच कर कार्यवाही की जाये। इसी तरह थाना सैक्टर-20, नोएडा के दरौगा विपिन्न और थाना सैक्टर-24 नोएडा के अधीन मैट्रो सिटी सेन्टर पर बनी चौकी के प्रभारी मुकेश यादव के खिलाफ भी कार्यवाही करने की मांग की गई तथा विभिन्न सैक्टरों में प्राधिकरण कार्मचारियों द्वारा अवैध वसूली की नियत से पथ विक्रेताओ के उत्पीड़न करने की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की गई है तथा पुलिस और प्राधिकरण कर्मीयों द्वारा पथ विक्रेताओं से छीने गये सामान को वापिस दिलाने की भी मांग की गई।


धरना प्रदर्शन को सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा, सीटू नेता लता सिंह, नरेन्द्र पान्डे, राम सागर, रेहडी पटरी के नेता रवीन्द्र कुमार शाह, ब्रहमपाल सिंह, राजू राणा, अमर सिंह परिहार, नवलेश कुमार, बटेश्वर मिश्रा, अरूण यादव, पूनम देवी, मिन्टू रामेश्वर स्वामी, महेन्द्र, शैलेन्द्र सक्सैना, लक्ष्मण रामगोपाल चुनू पाण्डेय सी0पी0आई0 एम0 जिला सचिव मदन प्रसाद, सामाजिक कार्यकर्ता उर्मीला चैधरी आदि ने सम्बोधित किया साथ ही रेहड़ी पटरी दुकानदारों के आन्दोलन का सर्मथन करते हुए अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा संगठन की जिलाध्यक्ष कंचन बाला द्वारा नगर मजिस्टेªट महोदय को ज्ञापन दिया। सभी वक्ताओं ने अपने सम्बोधिन में प्रशासन की चेतावनी भी दिया कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान और उत्पीडन पर रोक नहीं लगाई जायेगी तो वे फिर हड़ताल कर शहर में बड़ा अन्दोलन शुरू कर देगें।