मानव जीवन योगमय है : शोभना नारायण

मानव जीवन योगमय है: शोभना नारायण
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पद्मश्री और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार विजेता कथक नृत्यांगना शोभना नारायण युवाओं में कथक के प्रति आर्कषण को उम्मीद भरी नजरों से देखती हैं। उनका कहना है कि आजकल के शोर-शराबे वाले संगीत पर नृत्य के दौर में भी लोग हजारों साल पुरानी विधाओं को भूले नहीं हैं, बल्कि वह इसे काफी पसंद करते हैं।



आज नोएडा फ़िल्म सिटी में आगमन पर जीवन दर्शन और योग पर राष्ट्रीय शान के संपादक सुरेश चौरसिया द्वारा पूछे एक प्रश्न पर उन्होंने बताया कि मानव का सम्पूर्ण जीवन योगमय है। यह व्यक्ति के उपर निर्भर करता है कि वह योगमय जीवन को कितना संतुलित, आदर्शमय एवं व्यावहारिक रख पाता है।