योगी सरकार में भ्रष्टाचार के पुराने ढर्रे को छोड़ना नहीं चाहते अधिकारी, हो रहे सस्पेंड

महिला एसएचओ लक्ष्मी सिंह चौहान, एक दरोगा सहित 5 सिपाही निलंबित .
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गाजियाबाद। समय बदल गया है लेकिन भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी अभी भी  उसी रास्ते पर चलना चाहते हैं। वे अभी भी अपने को बदलना नहीं चाहते। वे योगी सरकार में ही अपनी पुरानी ढर्रे या रुतबा को छोड़ना नहीं चाहते। और सस्पेंड हो रहे हैं।


यहां पुलिस के अंदर  ही भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. मामले में गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने सख्त कार्रवाई करते हुए लिंक थाने की  महिला एसएचओ लक्ष्मी सिंह चौहान और एक दरोगा सहित 5 सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.



दरअसल एटीएम से गबन मामले में पकड़े गए करीब एक करोड़ रुपए से करीब 60 लाख रुपए गायब होने का आरोप इन पुलिसकर्मियों पर लगा है. मामले में की गई जांच में सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई है, जिसमें एसएचओ लक्ष्मी सिंह चौहान सरकारी गाड़ी से प्राइवेट गाडी में बैग रखते हुए कैद हुई हैं. एसपी सिटी की जांच में लक्ष्मी सिंह चौहान पर लगे आरोप सही पाए गए हैं.
दो आरोपियों से पकड़े गए थे करीब 1 करोड़ 25 लाख रुपये. दरअसल थाना लिंक रोड के एटीएम से सीएमएस के कर्मचारियों द्वारा गबन कराए जाने का ये मामला है. इस केस में 24/25 सितंबर 2019 की रात लक्ष्मी चौहान ने अन्य पुलिसकर्मियों के साथ राजीव सचान और आमिर को गिरफ्तार किया. इनके पास से 45 लाख 81,500 रुपये की बरामदगी दिखाई. मामले में साहिबाबाद के सीओ राकेश कुमार मिश्र ने गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ की तो पता चला कि राजीव सचान से करीब 55 लाख रुपये और आमिर से 60 से 70 लाख रुपये पकड़े गए थे.
पूरा थाना भ्रष्टाचार में पाया गया शामिल
बरामद पैसों में अंतर पाए जाने पर थाना लिंक रोड प्रभारी लक्ष्मी सिंह चौहान, एसआई नवीन कुमार पचौरी और 5 कांस्टेबल बच्चू सिंह, फराज, धीरज भारद्वाज, सौरभ कुमार और सचिन कुमार की भूमिका संदिग्ध पाई गई. एसएसपी के अनुसार इन सभी को पुलिस की छवि धूमिल करने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.