बिहार में बाढ़ पीड़ितों को मदद कर अच्छा कार्य कर रहा है चौरसिया विकास समिति, भागलपुर

बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत सामग्री वितरित कर रहा है चौरसिया विकास समिति, भागलपुर
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चौरसिया विकास समिति, भागलपुर द्वारा बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री वितरित किया जा रहा है। ऐसा होना ही चाहिए। देश के अन्य भागों में रहनेवाले सक्षम चौरसिया समाज के लोगों को इस महा अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा बाढ़ प्रभावित लोगों को मदद की दरकार है। जाति, धर्म से उपर उठकर बाढ़ पीड़ितों की मदद में सहभागिता निभाना सबसे बड़ी मानवता के साथ भगवान की पूजा है।


 बिहार एक ऐसा राज्य है, जहां शायद ही कोई ऐसा साल गुजरता है, जब बाढ़ नहीं आती हो। आपदा प्रबंधन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक हर साल राज्य के औसतन 75 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित होते हैं। औसतन 200 लोगों की मौत हर साल होती है। छह लाख हेक्टेयर जमीन में खड़ी फसल बाढ़ के पानी में बह जाती है। एक लाख लोगों को औसतन हर साल फिर से नया घर बनवाना और 80 हजार लोगों को मरम्मत करवाना पड़ता है। अमूमन हर साल 30 अरब का नुकसान सरकार और आम लोगों का होता है।


इसके बावजूद बाढ़ को लेकर चेतावनी, बचाव और राहत का कोई कारगर तंत्र अभी तक बिहार में विकसित नहीं हो पाया। अक्सर यह सवाल उठते हैं कि अगर केरल और ओड़िशा जैसे राज्य अचानक आ जाने वाली आपदाओं का मुकाबला कर लेते हैं तो बिहार में हर साल आने वाली बाढ़ का मुकाबला करने लायक तंत्र अभी तक क्यों विकसित नहीं हो पाया है? 
बहरहाल, स्थिति चाहे जो कुछ हो, पर इस संकट की घड़ी में हमारा थोड़ा-थोड़ा योगदान भी उनके लिए सहायक बनेगा।