उत्तर रेलवे गाजियाबाद का त्रिदिवसीय योग शिविर सम्पन्न


           
**  'उत्तर रेलवे में त्रिदिवसीय योग शिविर धूमधाम से सम्पन्न'


 **     योग ही जीवन का आधार --वीना वोहरा


गाजियाबाद।  समयोग फाउंडेशन के तत्वावधान में आज त्रिदिवसीय योग शिविर का भव्य समापन समारोह संकेत एवं दूरसंचार प्रशिक्षण केन्द्र उत्तर रेलवे में  प्राचार्य सुरेश कुमार चतुर्वेदी की अध्यक्षता में धूमधाम से सम्पन्न हुआ। प्राचार्य ने अपने उद्बोधन में योग के प्रति जागरुक रहने की प्रेरणा दी व सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।



मुख्य शिक्षिका श्रीमती वीना वोहरा  ने ओ३म ध्वनि व गायत्री मंत्र के साथ योग शिविर के सत्र को प्रारम्भ किया।श्रीमती वोहरा जी ने सूक्ष्म अभ्यास के साथ-2 कपाल भांति,त्रिबन्ध, अग्निसार व अनुलोम विलोम का अभ्यास कराया व इसके लाभों की चर्चा करते हुये बताया कि *योग ही जीवन का आधार है।*


समयोग फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ.वीर योगी ने कहा कि आज योग ने ये सिद्ध कर दिया है कि यदि आप निरंतर योगाभ्यास करते हैं तो स्वयं निरोग व मन स्वस्थ्य रहता है,महर्षि पातंजलि द्वारा प्रतिपादित अष्टांग योग आपको स्वयं का ध्यान कराकर समाधि तक पहुँचाता है,स्वस्थ तन,स्वस्थ मन करना है तो अष्टांग योग में उतारना पड़ेगा।यम नियमों की जानकारी के साथ यह भी बताया कि यदि आधा घंटा भी योगाभ्यास कर लिया तो बाकी 23-5  घंटे आप ऊर्जा से सराबोर रहेंगे।


समारोह के मुख्य अतिथि आनन्द कुमार आई पी एस अधिकारी (पूर्व डी जी पी व राष्ट्र निर्माण पार्टी के महासचिव)  ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा की पूरी दुनियां में योग का डंका बज रहा है त्रिदिवसीय योग शिविर के दौरान जो कुछ आपने यहाँ योग विशेषज्ञों से सीखा है उसे जीवन में उतारेंगे तो जीवन मे सुख शांति प्राप्त होगी।


समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. राम प्रकाश शर्मा, (सदस्य-हिंदी सलाहकार,रक्षा मंत्रालय,भारत सरकार) का रेलवे अधिकारियों द्वारा उनका सम्मान किया गया। डॉ. राम प्रकाश शर्मा ने अपने सम्बोधन में शिविरार्थिओं को कहा कि राष्ट्रोत्थान में आपकी अहम भूमिका है,सृष्टि के आरम्भ से महाभारत काल तक सारे संसार में वेदों का ज्ञान उपलब्ध था। ज्ञान का केन्द्र आर्यावर्त (भारत) होता था। हमारे देश की संस्कृति बहुत पुरानी है संसार के लोग चारित्रिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए भारत के ऋषियों व विद्वानों के पास नालंदा तक्षशिला विश्वविद्यालय में और महिलाओं के लिये आधारशिला में आते थे,आप भी योग साधना और प्राचीन ऋषि मुनियों की विद्या को ग्रहणकर राष्ट्रोथान में अहम भूमिका निभा सकते हैं।


केन्द्रीय आर्य युवक परिषद उत्तर प्रदेश के महामंत्री योगी प्रवीण आर्य ने सुमधुर संगीत "ओ३म् का सिमरन किया करो,प्रभु के सहारे जिया करो,जो दुनियां का मालिक है ,नाम उसी का लिया करो"योग सत्र को अपने भजन के माध्यम से आस्तिक बनने का संदेश दिया।


समारोह के मुख्य वक्ता राष्ट्र निर्माण पार्टी के अध्यक्ष ठा. विक्रम सिंह जी ने कहा कि मैंने बचपन से योग गुरु भीष्म जी से योग विद्या ग्रहणकर जीवन मे अपनाई जिसके कारण मैं आज 77 वर्ष की आयु में भी स्वस्थ हुँ, उन्होंने योगाभ्यास से स्वस्थ रहने पर बल दिया,साथ ही कहा कि तैराकी,दौड़,दंड बैठक आदि का अभ्यास करने की सलाह दी।


सेवा सदन के महामंत्री योगी मंगल सिंह चौधरी ने हास्यासन कराते हुए तालआसन के साथ सबको हंसते हुए जीवन जीने का संदेश दिया।


योग का सुन्दर डेमोस्ट्रेशन श्रीमती वीना वोहरा, पूजा मिश्रा,वरुण पाठक,रिंकी मिश्रा,सुशील कुमार, पूजा रानी,नन्दिनी,बबीता गौतम, पंकज आदि ने किया जिसे देखकर दर्शकों ने सुन्दर अभ्यास किया।


इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्वश्री स्वामी बाल नाथ महाराज, राकेश शर्मा आदि उपस्थित रहे।


अंत में मंच संचालक डॉ. अग्नि देव शास्त्री ने शांति पाठ से सर्वम शांति की कामना की।