इंटरनेशनल कांफ्रेंस में डॉ . मुकेश चौरसिया के जलवे रहे कायम

इंटरनेशनल कांफ्रेस में सागर विश्वविद्यालय से डॉ.मुकेश चौरसिया ने हिस्सा लिया, उनके जलवे रहे छाये
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चलो नई मिसाल हो,
जलो नई मिसाल हो,
बढो़ नया कमाल हो,
झुको नही, रूको नही,
बढ़े चलो, बढ़े चलो।


गर्व है चौरसिया समाज के उन लोगों पर जो शिखर छूने को बेताब हैं। जो देश -दुनिया के लिए कुछ कर रहे हैं। ऐसे लोग सामाजिक वितंडाओं से अलग हटकर नई दिशा तय कर रहे हैं। ऐसे लोग न सामाजिक ढोंग के जाल रचते हैं, न शोहरत के लिए अपने समाज को दिशा - विहीन करते हैं, न स्वयं के लिए कोई बड़ा लालच रखते हैं। ऐसे ही लोग चौरसिया समाज को ऊंचाइयां देकर हर प्रतिभा को जगृत करने में सफल रहेंगे। ऐसे लोग जो समाज पर कब्जा कर शिरमौर बने रहने चाहते हैं, वे कामयाब नहीं होंगे।


सागर। 'फ्यूचर ऑफ क्राइम एंडविक्टिमाइजेशन - इश्यू ऑफ गर्वनेन्स एण्डपॉलिसी' विषय पर चौथी अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेस का आयोजन डिपार्टमेंट ऑफक्रिमिनॉलाजी, रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी (भारत की प्रथम पुलिस एवं आंतरिक सुरक्षायूनिवर्सिटी), गांधीनगर, गुजरात एवं साउथ एशियन सोसायटी ऑफ क्रिमिनॉलाजीएण्ड विक्टिमोलॉजी द्वारा अहमदाबाद में किया गया।


डॉ. मुकेश कुमार चौरसिया, फैकल्टी मेम्बर, डिपार्टमेंट ऑफ क्रिमिनॉलाजीएण्ड फारेंसिक साइंस, डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर को इस कांफ्रेस मेंअध्यक्ष, रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी, गांधीनगर एवं साउथ एशियन सोसायटी ऑफक्रिमिनॉलाजी एण्ड विक्टिमोलॉजी, गांधीनगर द्वारा 'पेनल चेयर' हेतु आमंत्रित किया।


डॉ. चौरसिया ने इस कांफ्रेस में अपराधियों के करेक्शन (रिफारमेशन, आफ्टर केयरसर्विसेज, रिहेबलीटेशन) विषय पर आयोजित किए गए सत्र में पेनल चेयर के रूप
में अध्यक्षता की। इस सत्र के दौरान भारतीय शोधार्थियों सहित साउथ एशियन देशों
बंगलादेश, थाइलैण्ड, मलेशिया के शोधार्थियों एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा शोध पत्रों का प्रस्तुतीकरण किया गया। यह अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेस रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी,गांधीनगर द्वारा यूनिसेफ, गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, गांधीनगर, एकेडमी ऑफक्रिमिनल जस्टिस साइंसेज, सेन्टर फॉर साइबर काउन्सिलिंग के संयुक्त तत्वाधान में
आयोजित की गई। कांफ्रेस में कुल 108 शोधपत्रों का प्रस्तुतीकरण किया गया।


 डॉ.चौरसिया को इस अवसर पर उनके मित्रों एवं शुभचिंतकों ने शुभकामनाएं प्रेषित की।
ऐसे बड़े शख्सियत को वंदन , अभिनंदन।