एटा में लॉकडाउन पर जिला व पुलिस प्रशासन पैदल लोगों के लिए कर रहा नजीर पेश

एटा।  कोरोना वायरस का खात्मा करने की कवायद में प्रधान सेवक ने देश की जनता को थाली और ताली बजाने के लिए चार दिन का समय दिया था लेकिन लॉक डाउन को लेकर सिर्फ चार घंटे का समय दिया. जिस कारण गरीब तबके के लोग जहाँ तहां फंस गए. गरीब कोरोना से पहले भूख से न मर जाएँ इसलिए वह पैदल ही गंतव्य की ओर रवाना हो गए. पैदल घर जा रहे लोगों की मदद के लिए एटा के जिलाधिकारी सुखलाल भारती और एसएसपी सुनील कुमार सिंह आगे आये हैं.



दिल्ली से पैदल चलकर एटा पहुँच रहे लोगों के लिए एटा जिला प्रशासन और रोटी बैंक ने भोजन की बेहतर व्यवस्था की है. डीएम और एसएसपी के नेतृत्व में गंतव्य यात्रियों को भोजन कराया जा रहा है और रोडवेज की स्पेशल बसों से उन्हें घर तक पहुँचाया जा रहा है. इसके अलावा एटा जिले में फंसे बाहरी लोगों को सकुशल उनके घरों तक पहुँचाया जा रहा है. लॉक डाउन को लेकर सख्त हुआ पुलिस प्रशासन लगातार मानवता की मिसाल पेश कर रहा है. पुलिस और प्रशासन जरुरतमंदों तक हर संभव मदद पहुंचाने के लिए लगातार प्रयासरत है.



अन्य जिलों में फंसे लोग एटा वापसी के लिए जिलाधिकारी से गुहार लगा रहे हैं तो वह उनकी प्राथमिकता से उनकी मदद कर रहे हैं. मुश्किल वक़्त में जिस तरह जिलाधिकारी सुखलाल भारती पीड़ितों की मदद कर रहे हैं इसके लिए उन्हें वर्षों बरस याद किया जायेगा. आपको बता दें कि एटा जिले के मारहरा निवासी समीर अहमद लॉक डाउन के कारण बरेली में फंसे हुए हैं उन्होंने घर वापसी के लिए डीएम सुखलाल भारती से मदद की गुहार लगाईं तो डीएम ने तत्काल उनकी मदद की.


डीएम ने समीर से कहा कि अगर उनके पास वाहन की व्यवस्था हो तो वह वहां से वापसी कर लें अगर उन्हें रास्ते में कोई रोके तो वह प्रशासन से उनकी बात करा दें, इसी तरह दिन रात डीएम सुखलाल भारती लोगों की मदद करने में जुटे हुए हैं.