कोविड-19 पर राजकीय आयुर्वेद संस्थान , ग्रेटर नोएडा ने दिया वृद्धों के लिए मार्गदर्शक सलाह


नोएडा।  गौतमबुद्ध नगर जिले के राजकीय आयुर्वेद संस्थान, ग्रेटर नोएडा ने देश में कोरोना संबंधी इलाज में सबसे बेहतर साबित हुआ है। गौतमबुद्ध नगर जिला यूपी का कोविड-19 का हॉटस्पॉट जिला है और यहां मरीजों की संख्या 90 पार कर गया है। बावजूद, राजकीय आयुर्वेद संस्थान ग्रेटर नोएडा का सफल प्रयास ही कहा जा सकता है कि इतनी बड़ी तादाद में गौतमबुद्ध नगर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या के बाद भी एक मरीजों की मौत तक नहीं हुई है। साथ ही  जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी रही है और यहां कोविड-19 बाबत जो कदम उठाए गए हैं , वह भी देश में एक अच्छा उदाहरण सामने आया है।


हम निश्चित तौर पर कह सकते हैं की उत्तर प्रदेश में नोएडा, गौतमबुद्ध नगर द्वारा कोविड-19 के मामलों को तत्परता के साथ समय पर उठाया गया ठोस कदम का परिणाम है। यह भी देश में एक उदाहरण ही है। चूंकि नोएडा, ग्रेटर नोएडा भारत ही नहीं, बल्कि एशिया के मानचित्र पर बड़ा औद्योगिक सेक्टर के रूप में जाना जाता है। साथ ही यहां देश -दुनिया के बड़े-बड़े औद्योगिक संस्थान भी मौजूद हैं, जहां विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोग आकर काम करते हैं। साथ ही विदेशों की कई जानी-मानी बड़ी-बड़ी इंडस्ट्री यहां स्थापित है। इस बाबत प्रशासन ने शुरू से ही कोरोना वायरस लगाम लगाने की कोशिश में जुटी रही है। बावजूद यहां कोरोना संक्रमित के मामले अधिक होने के बावजूद अभी तक यह जिला मौत की आंकड़ों में सबसे ज्यादा सुरक्षित है। 


राजकीय आयुर्वेद संस्थान,  ग्रेटर नोएडा ने कोविड-19 महामारी से बचने के लिए समय-समय पर सलाह देता रहा है। इस बार संस्थान द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए जो सलाह व सुझाव दिए गए हैं, वह कई मामलों में वृद्धों के लिए अत्यधिक उपयोगी व  कोरोना महामारी से लड़ने में मददगार साबित हो सकता है।


कोविड-19 महामारी के दौरान वरिष्ठ नागरिकों व उच्च जोखिम वाली आबादी के लिए स्वास्थ्य सलाह


कोविड-19 ने विश्व स्तर पर कई लोगों को प्रभावित किया है और इसका प्रसार धीरे-धीरे बढ़ रहा है। यद्यपि सरकार ने कोविड-19 प्रसार को नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठाए हैं, लेकिन हममें से प्रत्येक को दिशानिर्देशों का पालन करना और रोग संचरण श्रृंखला को तोड़ने के लिए आवश्यक कदम और सावधानी बरतना भी महत्वपूर्ण है।


बुजुर्ग लोग (60 वर्ष और उससे अधिक), अपनी खराब प्रतिरक्षा और शरीर के भंडार के साथ-साथ मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय, यकृत और गुर्दे की बीमारी और लंबी अवधि के श्वसन रोग जैसी संबंधित समस्या के कारण कोविड-19 संक्रमण का अधिक खतरा होता है। इन रोगियों में कोविड-19 अधिक खतरनाक व गंभीर है, जिससे उच्च मृत्यु दर होती है। ऐसे बुजुर्गों में कोविड-19 का प्रसारण कम किया जा सकता है। जिससे बचने के लिए इनको निम्नलिखित एहतियात बरतनी चाहिये-


वरिष्ठ नागरिकों के लिए जो सक्रिय और चल-फिर सकते हैं-



  • क्या करें-
    1. घर पर रहें
    2. किसी के मिलने पर 1 मीटर की दूरी बनाए रखना अपरिहार्य है
    3. घर के अंदर सक्रिय रहें और हल्के व्यायाम और ध्यान करने की कोशिश करें
    4. छींक और खांसी के लिए टिशू पेपर अथवा रूमाल में। खांसने या छींकने व अपने हाथों और रूमाल को धोने के बाद बिन में टिशू पेपर को हटा दें।
    5. घर पर पका हुआ ताजा गर्म भोजन का सेवन करके पर्याप्त पोषण सुनिश्चित करें, नियमित रूप से हाइड्रेट करें और प्रतिरक्षा में सुधार करने के लिए ताजा रस लें
    6. अगर अकेले रहते हैं, तो घर के लिए आवश्यक चीजें प्राप्त करने के लिए स्वस्थ पड़ोसियों की मदद लें
    7. साफ-सुथरी वस्तुएं जिन्हें नियमित रूप से चश्मा, मोबाइल फोन आदि से छुआ जाता है
    8. अपनी भलाई की निगरानी करें। यदि आप बुखार, खांसी और ध् या सांस लेने में परेशानी या किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या का अनुभव करते हैं, तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य देखभाल सुविधा से संपर्क करें और चिकित्सा सलाह का पालन करें
    9. गर्मी के कारण निर्जलीकरण से बचें। पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें। (पहले से मौजूद हृदय और गुर्दे की बीमारी के रोगियों के लिए सावधानी)
    10. अपनी दैनिक निर्धारित दवाएं नियमित रूप से लें
    11. आप अपने चेहरे और हाथों को नियमित रूप से साबुन और पानी से धोएं
    12. कॉल या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आपके साथ नहीं रहने वाले परिवार के सदस्यों के साथ जुड़ें।

  • क्या न करें


1. घर पर आगंतुक हों और किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में हों, जिसे कोरोनोवायरस लक्षण हों (बुखार अथवा खांसी अथवा सांस लेने में कठिनाई हों)
2. किसी से हाथ मिलाना या गले लगाना
3. भीड़ भरे स्थानों जैसे बाजारों, पार्कों और पूजा स्थलों पर जाएं
4. किसी भी छोटे और बड़े समारोहों में भाग लें
5. स्वयं औषधि न लें।
6. खांसी या छींक अपने नंगे हाथों में
7. अपने चेहरे, आंखों और नाक को छुएं
8. चेक-अप या अनुवर्ती के लिए अस्पताल पर जाएँ।
9. घर पर परिवार के सदस्यों और दोस्तों को आमंत्रित करें


आश्रित वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल के लिए सलाह-


1. बुजुर्गों की मदद करने से पहले अपने हाथ धो लें
2. वरिष्ठ नागरिक के भाग लेने पर नाक और मुंह को अच्छी तरह से ढकने के लिए ऊतक ध् कपड़े का उपयोग करें
3. नियमित रूप से उपयोग की जाने वाली सतहों जैसे कि छड़ी, वॉकर, बेड पैन आदि की सफाई करें
4. बुजुर्गों की सहायता करें और हाथ धोने में उनकी मदद करें
5. सुनिश्चित करें कि उनके पास पर्याप्त भोजन और पानी की खपत है
6. उनकी भलाई की निगरानी करें
7. बुजुर्ग लोगों को उनकी भलाई के लिए अलग से रखें


वृद्ध लोगों में निम्नलिखित लक्षण होने पर तुरंत परामर्श करें-



  •  बुखार, शरीर में दर्द के साथ या उसके बिना

  •  नई-शुरुआत, लगातार खांसी, सांस की तकलीफ

  •  असामान्य रूप से खराब भूख, खिलाने में असमर्थता।