रेड जोन में यदि 14 दिन के भीतर कोरोना संक्रमण का मामला न आता है तो घोषित होगा ओरेंज जोन


नई दिल्ली। कोविड-19 को लेकर भारत सरकार द्वारा हर रणनीति के तहत रोज-रोज, नए -नए नियम व नए-नए आदेश जारी किए जा रहे हैं। रोज-रोज कोविड-19 की समीक्षा भी की जा रही है ताकि पता लगाया जा सके की कोरोना की रोकथाम में कहां तक सफलता मिल रही है, साथ ही साथ आगे की योजनाओं पर भी चर्चा के साथ कार्य योजना तैयार की जा रही है।


इसी परिपेक्ष्य में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की अध्यक्षता में हुई मंत्रियों के समूह की बैठक में कोरोना की रोकथाम के लिए देश में हो रहे प्रयासों की समीक्षा की गई। मंत्री समूह की बैठक में तय किया गया कि यदि रेड जोन वाले 170 जिलों में यदि 14 दिन के भीतर संक्रमण का नया मामला नहीं आता है, तो उसे आरेंज जोन में रख दिया जाएगा।


अगर अगले 14 दिनों के भीतर भी कोई मामला नहीं आता है तो उसे ग्रीन जोन जिलों में रखा जाएगा। देश में 170 जिले रेड जोन में है। इनमें से 123 जिलों में कोरोना की बड़ी आउटब्रेक हुई है जबकि 47 जिलों में कलस्तर आउटब्रेक हुई है। इन्हें सरकार ने रेड जोन में रखा है तथा यहां संक्रमित क्षेत्रों को सील किया गया है। जबकि 207 जिले आरेंज जोन में हैं जहां संक्रमणों की संख्या सीमित है। इसके अलावा 353 जिले ग्रीन जोन में है। इन जिलों में कोरोना संक्रमण का एक भी मामला नहीं है।


बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने अधिकारियों से कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में पीपीई की गुणवत्ता के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ को उच्च गुणवत्ता के मेडिकल सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता तत्काल सुनिश्चित की जाए। पीपीई के उत्पादन बढ़ाने पर भी चर्चा की गई। बैठक में विदेश, शहरी विकास, गृह राज्यमंत्री, रसायन एवं उवर्रक मंत्री तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।


केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन की अध्यक्षता में हुई बैठक में बताया गया कि देश में कोरोना वायारस की महामारी से मृत्यु दर तीन फीसदी और स्वस्थ होने की दर 12 फीसदी से अधिक है तथा अन्य देशों की तुलना में देश में स्थिति नियंत्रण में है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस दौरान स्वस्थ होने वाले लोगों का प्रतिशत भी बढ़ रहा है। शुक्रवार शाम तक 1767 लोग ठीक हो चुके हैं। इस समय कोरोना महामारी से संक्रमित लगभग 11616 मरीजों का देश के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।