सब्जी - विक्रेताओं तक में कोरोना के घुसपैठ से लोगों में खौफ़ का मंज़र


नई दिल्ली। कोरोना का बहुरूपिया तस्वीर देश के सामने आता जा रहा है। यह कोरोना तरह -तरह से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। यह संपर्क से पहले निशाना बनाता है और बाद में एक दूसरे से होकर इसका फैलाव बढ़ता जा रहा है। राशन दुकानों से लेकर सब्जी वालों तक के बीच कोरोना  फैलने की खबर सचमुच में डर पैदा कर रहा है। आखिर आदमी खाए तो क्या खाये, कहां से खाए और कैसे खाए और कहां से उसे सुरक्षित मिल सकता है, यह कहना बहुत मुश्किल बात है। यह बताना भी मुश्किल है कि किसको कोरोना है या किसको कोरोना नहीं है। जब तक जांच रिपोर्ट में स्पष्ट नहीं होता है तब तक कोरोना संक्रमित व्यक्ति न जाने कितने लोगों को संक्रमित कर आगे की मुसीबत पैदा कर देता है।  कई जगहों से जो रिपोर्ट आ रही है, वह बेहद डराता जा रहा है। सब्जी के बिना भोजन का स्वाद कैसे बना रह सकता है, यह भी चिंता की बात बन गई है।



हरियाणा के रोहतक जिले के सांपला में एक सब्जी बेचने वाला करोना से पोजिटिव पाया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सांपला निवासी 35 वर्षीय शख्स पहले एक फैक्ट्री में काम करता था। फैक्ट्री बंद होने के बाद वह सब्जी बेचने लगा। कुछ दिन से तबियत खराब होने पर वह सांपला अस्पताल में पहुंचा जहां पर डॉक्टरो ने उसमें करोना के लक्षण देखे और जांच के लिए रोहतक रेफर किया। जहां पर उसे करोना पोजिटिव पाया गया। इसके बाद प्रशासन ने पूरी मुस्तैैदी से काम किया और पूरे सांपला को सील कर दिया गया। 50 डॉक्टर की टीम के साथ 5 हजार लोगों की घर- घर जाकर स्क्रीनिंग की जा रही हैं। साथ ही पूरे इलाके को सेनिटाइज किया जा रहा है।



दिल्ली के महरौली के वार्ड-3 में एक सब्जी विक्रेता के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद से वहां हड़कंप मच गया है।  प्रशासन अब उसके संपर्क में आए सभी लोगों की जांच कर रहा है। वहीं एहतियातन मंडी के सभी सब्जी विक्रेताओं की स्क्रीनिंग की जा रही है।

साउथ दिल्ली के जिलाधिकारी बीएम मिश्रा के अनुुुसार जांच में पता चला है कि कोरोना के लक्षण विकसित होने के बाद उसके अपनी दुकान में बैठना बंद कर दिया था। वह डीटीसी टर्मिलन में शिफ्ट किए गए मंडी में शामिल नहीं था। उन्होंने बताया कि सब्जी विक्रेता के संपर्क में आने वाले लोगों के सैंपल्स को जांच के लिए भेजा गया है। हालांकि उसके परिणाम की प्रतीक्षा है।



देशभर में कोरोना वायरस ने कहर बरपाया हुआ है। कोरोना से बचने का सिर्फ और सिर्फ एक ही रास्ता है और वो है सोशल डिस्टेंसिंग। इसी के मद्देनजर देश में लॉकडाउन 2.0 जारी है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग को बढ़ावा मिल सके और लोग एक दूसरे के संपर्क में आने से बचें। बावजूद इसके कोरोना वायरस के मामले लगातार सामने आ रहे हैं।


दरअसल, लॉकडाउन की वजह से रोज कमाकर खाने वालों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। मुश्किल के इस वक्त में दिहाड़ी कमाने वाले लोगों के लिए घर-घर जाकर सब्जी बेचने का व्यवसाय उम्मीद की किरण बना है। लेकिन सब्जी बेचने का काम भी इनके लिए खतरे से खाली नहीं है। 


एशिया की सबसे बड़ी फल और सब्जी की मंडी आजादपुर में एक व्यापारी की कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते मंगलवार को मौत हो गई। इसके बाद से ही मंडी में खौफ का माहौल है। जानकारी के अनुसार भोला दत्त नामक सब्जी विक्रेता को बुखार की शिकायत पर शुक्रवार को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इसके बाद रविवार को उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। वहीं, एक दिहाड़ी मजदूर का भी शव मंडी में ही मिलने के बाद से डर और बढ़ गया है। हालांकि, अभी तक मजदूर की मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है। वहीं, अब उत्तरी दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट दीपक शिंदे ने दत्त के संपर्क में आए लोगों को ट्रेस करने के लिए एक टीम भेजी है।



आजादपुर मंडी में लॉकडाउन के दौरान भी काम करती रही है। करीब 78 एकड़ में फैली इस मंडी में आम दिनों में 2 लाख से ज्यादा लोग आते हैं। कोरोना संक्रमण के फैलने के बाद मंडी प्रशासन ने कई एहतियात के कदम उठाए हैं जिनमें सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाना जैसी बातें हैं। वहीं सोमवार से इनमें कुछ और नियमों का इजाफा किया गया है। संक्रमण के इस दौर में भी मंडी में हर दिन करीब 50 हजार लोगों का आना जाना है। इनमें व्यापारियों के साथ ही किसान, मजदूर जैसे लोग भी हैं।


 एक रिपोर्ट के अनुसार यदि आजादपुर मंडी में संक्रमण फैला तो ये देश के कई राज्यों के किसानों को अपनी चपेट में ले सकता है, क्योंकि वे यहां पर सब्जी और फल बेचने आते हैं। मंडी दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की 70 प्रतिशत फल और सब्जी की जरूरतों को पूरा करती है। ऐसे में संक्रमण फैलने पर ये बेहद खतरनाक हो सकता है।


हर दिन कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। इनमें सब्जी और फल विक्रेताओं के संक्रमित होने की खबर से लोगों में खौफ और बढ़ गया है। कानपुर में अब तक मिले कुल 76 केसों में से 15 सब्जी बेचने वाले हैं। बीते दिनों आगरा में सब्जी विक्रेता के कोरोना संक्रमित पाये जाने पर करीब 2000 लोगों ने खुद क्वारंटीन कर लिया था। अब रायबरेली में कुछ सब्जी-फल विक्रेताओं के संक्रमित होने की बात सामने आ रही है। इससे पहले कन्नौज में भी ऐसा ही मामला सामने आ चुका है। वरिष्ठ चिकित्सकों की सलाह है कि डरें नहीं, बल्कि खूब सब्जी और फल खायें। बस सावधानी के तौर पर फल-सब्जी खरीदते समय सरकार की ओर से जारी सोशल डिस्टेंसिंग और साफ-सफाई की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करें।


कानपुर के कुली बाजार और अनवरगंज में सोमवार को मिले 17 पॉजिटिव कोरोना केसों में 15 लोग सब्जी बेचने वाले हैं। इनमें से 12 लोग कुली बाजार और बादशाही नाका में सब्जी की दुकान लगा रहे थे, जबकि तीन सब्जी के आढ़ती का काम कर रहे थे। यह भी पता चला है कि सब्जी की दुकान लगाने के अलावा ये सभी पॉजिटिव नियमित तौर पर कुली बाजार की मस्जिद इनायत में नमाज पढ़ते थे। सीएमओ अशोक कुमार शुक्ला ने बताया कि संक्रमण के सोर्स और नेटवर्क का पता लगाकर सभी की जांच की जा रही है।


17 अप्रैल को आगरा के हरीपर्वत थाना क्षेत्र में एक सब्जी बेचने वाले के कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बाद हड़कंप मच गया। खबर मिलते ही इलाके को सील कर दिया गया। आनन-फानन में करीब दो हजार लोगों ने खुद को क्वारंटीन कर लिया। संक्रमित के परिजनों ने बताया कि उसने लॉकडाउन में ही सब्जी बेचना शुरू किया था। इससे पहले वह ऑटो चलाता था। पांच दिन पहले उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद टेस्ट कराने के लिए वह खुद ही जिला अस्पताल गया था। वहां उसे भर्ती कर लिया गया था।


13 अप्रैल को कन्नौज जिला प्रशासन को सूचना मिली कि सदर कोतवाली क्षेत्र में एक व्यक्ति डोर टू डोर ठेली से सब्जी बेच रहा है, जो कोरोना पॉजिटिव का रिश्तेदार है। पता चला कि उसका एक और भाई है, जो सब्जी बेचता है। उसका पास भी बना है। आनन-फानन में पुलिस-प्रशासन ने दोनों को ढूंढ निकाला और क्वारंटाइन कर जांच के लिए सैम्पल लिया। राहत की बात यह है कि दोनों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई। एसडीएम सदर शैलेश कुमार ने बताया कि दोनों सब्जी विक्रेताओं का भांजा ठठिया थाना क्षेत्र के बदले पुरवा में रहता है, जो राजस्थान से 28 मार्च को वापस आया था और जांच में उसको कोरोना पॉजिटिव पाया गया था।


 कान्हा की नगरी मथुरा में बुधवार को बलदेव के गांव सेहत निवासी सब्जी विक्रेता की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई है। इसके साथ ही जिले में पॉजिटिव केसों की संख्या सात हो गई है। 50 वर्षीय सब्जी विक्रेता आगरा में फड़ पर सब्जी बेचता था। आशा की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग ने 19 अप्रैल को सब्जी विक्रेता समेत 36 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए अलीगढ़ भेजे थे। बुधवार को आई जांच रिपोर्ट में 35 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव तथा एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सब्जी विक्रेता को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।


बलदेव क्षेत्र के कई गांवों के लोगों का आगरा आना-जाना रहता है। कई लोग आगरा के श्री पारस हॉस्पिटल में भी गए थे, जिनके सैंपल लिए गए हैं। इसी दौरान आशा के माध्यम से पता चला था कि गांव सेहत निवासी 50 वर्षीय व्यक्ति आगरा में फड़ पर सब्जी बेचता है। इस सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 19 अप्रैल को सब्जी विक्रेता को पत्नी समेत होम क्वारंटीन किया था।
सब्जी विक्रेता समेत 36 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे थे। डीएम सर्वज्ञराम मिश्र के अनुसार, बुधवार की शाम आई रिपोर्ट में सब्जी विक्रेता कोरोना पॉजिटिव आया है। इसके अतिरिक्त 35 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। सब्जी विक्रेता को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। जिले में पॉजिटिव केसों की संख्या सात हो गई है। आप समझ सकते हैं कि एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति ने सब्जी बेचकर कितने लोगों को मुसीबत और परेशानी में डाल दिया है। सभी लोग डरे एवं सहमें जरूर होंगे।


कोरोना वायरस कई चीजों के जरिए फैलता है, ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सब्जियां भी कोरोना वायरस फैला सकती हैं। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बाहर से आने वाले सामान से कोरोना फैलने की आशंका कम ही जताई है, लेकिन फिर भी सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। कुछ जरूरी सावधानियों का पालन कर आप सुरक्षित रह सकते हैं और फैलते संक्रमण से आपका परिवार भी बचा रहेगा।


सब्जियों-फलों को नल के साफ चलते पानी या पीने के पानी से धोएं और साफ कपड़े से सुखाएं। आलू, गाजर, शलजम आदि सब्जियों को 5 से 10 सेकेंड के लिए नरम ब्रश या साफ कपड़े से पोछें व हल्के गुनगुने पानी से धोंए। धोने से पहले पत्तेदार सब्जियों जैसे बंदगोभी की ऊपरी परत उतार लें। आम, नाशपाती, किवी फलों और लौकी, तोरई का छिलका उतार दें। छिलका सहित खाने वाले फलों को एक घंटे तक पानी में भिगोएं।


अमेरिका के यूटा विश्वविद्यालय की विशेषज्ञ टेरेसा हंसकर कहती हैं कि सब्जियों को पानी से धोना भर ही पर्याप्त है। हालांकि अगर सिरका या नींबू वाले पानी से धोएंगे तो और अच्छा रहेगा। सब्जियों या फलों को 30 मिनट के लिए एक बड़े बर्तन में पानी के साथ इनके से किसी एक घोल में भिगोएं और उसके बाद अच्छी तरह से साफ पानी से धोएं। इसके लिए एक चौथाई कप सिरका या 2 बड़े चम्मच नमक या 1 बड़ा चम्मच नींबू का रस, 2 बड़े चम्मच सफेद सिरका, 1 कप पानी का घोल को तैयार करें, उसका फल और सब्जियों पर छिडक़ाव करें और 5 से 10 मिनट छोडऩे के बाद साफ पानी से धोएं।


कैलिफोर्निया की लूमा लिंडा विश्वविद्यालय के अनुसार, रीयूजेबल कैरीबैग में सामान्यत: संक्रमण होते हैं इसलिए उसे खरीदारी के लिए न ले जाएं। दुकान पर थैली में ही सामान लें और घर लाकर थैली को निस्तारित कर दें।