यूपी का हॉटस्पॉट देश के लिए बन गया है मॉडल

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जिस तरह से कोविड-19 की लड़ाई लड़ी जा रही है, वह देश में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना महामारी को लेकर कड़ा रुख अपना रखा है और वे प्रशासनिक अधिकारियों को हमेशा सतर्क और आगाह कर रहे हैं की आम नागरिकों को कोई असुविधा न हो और जो अधिकारी कार्यों में ढिलाई बरतेंगे, उन पर सख्त कार्रवाई होगी। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश आज दूसरे राज्यों के लिए एक बड़ा मॉडल बन गया है। मुख्यमंत्री ने तबलीगी जमातियों पर जो बड़ा एक्शन लिया है और जिस खास रणनीति के तहत उन्होंने कदम बढ़ाया है, उससे यहां प्रशासनिक ढांचा चुस्त-दुरुस्त है और समयबद्ध तरीके से कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है। योगी सरकार का हॉटस्पॉट एक ऐसी ही रणनीति का हिस्सा है।



बता दें कि यूपी में कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए संक्रमित व्यक्ति मिलने पर संबंधित क्षेत्र को हॉटस्पॉट घोषित कर पूरे क्षेत्र को सील करने की रणनीति के तहत कार्रवाई की जा रही है। इन क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग, पुलिस व सफाईकर्मियों को ही जाने की अनुमति दी गई है। मेडिकल स्टोर समेत सभी दुकानें बंद रखे जाने के भी सख्त निर्देश हैं। हर हॉटस्पॉट में एक मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारी नामित कर पूरे क्षेत्र को दमकल वाहनों से सैनिटाइज कराने की खास व्सवस्था की गई है। हर मकान को सूचीबद्ध कर वहां रहने वाले सभी लोगों को चिन्हित भी किया जा रहा है। योगी ने हर हॉटस्पॉट में कम से कम 14 दिनों तक यह प्रक्रिया अपनाने का निर्देश दिया है, जब तक क्षेत्र में कोई भी और पाजिटिव केस न निकले। 


जानकारी दे दें कि पहले चरण में उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में 146 हॉटस्पॉट चिह्नित किए गए थे। 13 अप्रैल इन हॉटस्पॉट क्षेत्रों में 1,71,232 मकानों तथा 9,78,055 लोगों को चिह्नित किया गया था। इन क्षेत्रों में 401 कोरोना पॉजिटिव लोग मिले थे। यहां 2470 कोरोना संदिग्ध लोगों में से 2427 लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन में रखा गया है। दूसरे चरण में 24 जिलों में 62 हॉटस्पॉट क्षेत्र चिह्नित कर यहां भी पूरी सख्ती से लॉकडाउन का पालन कराया जा रहा है। इन हॉटस्पॉट में अब तक 1,62,644 से अधिक मकानों को सूचीबद्ध करते हुए 9,50,828 लोगों को चिह्नित किया गया है। इन क्षेत्रों में 80 कोरोना पॉजिटिव लोग हैं और 1062 लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन किया गया है।


हॉटस्पॉट में कड़ाई से नियम लागू किया गया है। साथ ही  हॉटस्पॉट क्षेत्रों में सख्ती के साथ मजबूत डोरस्टेप डिलीवरी की अहम भूमिका है। 1647 डोरस्टेप डिलीवरी मिल्क वैन के जरिए लोगों तक दूध की सप्लाई कराई जा रही है। फल व सब्जी उपलब्ध कराने के लिए 2081 वाहन लगे हैं। इन क्षेत्रों में 2256 व्यक्तियों और 1683 प्रोविजनल स्टोर के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की डोरस्टेप डिलिवरी की जा रही है। हॉटस्पॉट क्षेत्रों में भोजन उपलब्ध कराने के लिए 112 सामुदायिक किचन भी संचालित हैं। सरकार के प्रयासों से पीलीभीत जिला कोविड-19 के संक्रमण से मुक्त हो गया है। अन्य हॉटस्पॉट में लगातार सघन स्वास्थ्य परीक्षण व सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। गौतमबुद्ध नगर जिले में भी हॉटस्पॉट पर काफी ध्यान दिया जा रहा है, ताकि कोरोला का फैलाव ना हो।  साथ ही साथ यहां अहम सतर्कता भी बरती जा रही है।