यूपी में दो दिन के भीतर जमातियों की चलेगा खोज अभियान, पकड़कर किया जाएगा क्वारंटाइन


लखनऊ। यूपी आगरा और लखनऊ सबसे बड़े हॉटस्पॉट बने हुए हैं। इन दोनों शहरों में हर रोज नए केस मिल रहे हैं। अहम बात यह है कि इसमें अधिकतर वे लोग हैं जिनका तब्लीगी जमात से संपर्क रहा है। यूपी में जितने भी कोरोना संक्रमित हैं, उनमें से आधे से ज्यादा वे लोग हैं जो जमातियों के संपर्क में आए। इस बात की घोषणा खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कर चुके हैं। अब सरकार ने यह निर्णय लिया है कि छुपे हुए जमातियों की पूरे प्रदेश में दो दिन के भीतर खोज की जाए और उन्हें क्वारंटाइन में रखा जाए।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि तब्लीगी जमात में शामिल हुए जमातियों की दो दिन के भीतर अभियान चलाकर तलाश की जाए। गुरुवार को हुई बैठक में सीएम ने इसके लिए थानेदारों की जिम्मेदारी तय करने के लिए भी कहा है। उन्होंने कहा कि यदि इसमें शिथिलता बरती गई तो संबंधित जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक जिम्मेदार होंगे।


डीजीपी मुख्यालय के द्वारा सभी जिलों के पुलिस कप्तानों, आईजी रेंज व एडीजी जोन को भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि वे दो दिन अभियान चलाकर जमातियों और उनके संपर्क में आए लोगों की तलाश करें। और हर हाल में दो दिन के अंदर सभी को ढूंढकर क्वांरटीन कराया जाए। कई जगह जमातियों के छिपे होने और उनके सामने न आने की खबरें भी आ रही हैं। हालांकि, पुलिस प्रशासन की तरफ से लगातार अपील की जा रही है कि जो भी जमाती छिपे हुए हैं वे अपने बारे में खुद सूचना दें। कुछ मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी अपील की है कि घरों में छिपे जमाती अपनी जांच करवाएं ताकि मानवता की रक्षा की जा सके।


 भदोही में पकड़े गए 11 बांग्लादेशी सहित 14 जमातियों का 14 दिन का क्वारन्टीन पीरियड पूरा हो चुका है। जमाती अभी अस्पताल में ही हैं। प्रशासन को शासन के निर्देशों का इंतजार है। इन्हें भदोही कोतवाली के काजीपुर स्थित मरकज गेस्ट हाउस से पकड़ कर अस्पताल लाया गया था। कोरोना जांच में निगेटिव पाए जाने के बाद इन्हें जिला अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में क्वारन्टीन कर दिया गया था। गुरुवार को इनका क्वारन्टीन पीरियड पूरा हो गया है। विदेशी नागरिकों का मामला होने के कारण प्रशासन, शासन के निर्देशों के इंतजार में है।


21 पर दर्ज हुई थी :- भदोही में इस मामले में पुलिस ने गेस्ट हाउस के संचालक कमालुद्दीन, सभी 14 जमाती और इनको संरक्षण देने वाले बड़े कालीन निर्यातकों सहित कुल 21 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। सभी से बांड भरवाया गया है। विवेचना पूरी हो गयी है। पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह के अनुसार विदेशी नागरिकों से मामला होने के कारण शासन के निर्देश का इंतजार है।