नोएडा। शहीद हुए सैनिक पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लिए गए फैसला को भारतीय किसान संगठन ने विरोध किया है और कहा कि, आज हमारा देश एक तरफ तो विश्व महामारी करोना वायरस से लड़ रहा है और दूसरी तरफ देश की सीमा पर सैन्य बल के साथ में भेदभाव की दृष्टि से शहीदों के साथ में एवं उनके परिवार के साथ उनकी शहादत का अपमान किया है।
भारतीय किसान संगठन के जिलाध्यक्ष परविंदर यादव ने जनपद गाजीपुर निवासी अश्विन यादव की शहादत को नमन करते हुएसरकार ने उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और उन्हें शोक की इस घड़ी परिवार के साथ है, शब्द कहे गए लेकिन दूसरी तरफ ग्राम परवाना तहसील सियाना जनपद बुलंदशहर निवासी शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा के परिवार को ₹5000000 के आर्थिक सहयोग देना तथा परिजन को सरकारी नौकरी की घोषणा की। यह दो तरफा स्थिति दिखाई देता है।
परविंदर यादव ने सरकार से मांग की है कि गाजीपुर निवासी शहीद अश्वनी यादव के परिवार को भी 5000000 रुपए और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दे। अगर आज समय रहते हुए सही निर्णय नहीं लिया गया तो देश में अपने आप में जातियों वर्गो एवं लिंगो मैं बंट कर नित्य रोज नई-नई घटनाओं को जन्म देगा और हम अपने आप को माफ नहीं कर पाएंगे तथा हमारे देश कि सीमा पर हमारे देश की रक्षा कर रहे सैन्य बल के सामने नतमस्तक हो जाएगा एवं जो कड़ी मेहनत कर देश में आधी से ज्यादा आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं और देश की सीमा से लेकर हर जगह अपनी उपस्थिति मजबूती से रखते हैं और जरूरत पड़ने पर अपना जीवन भी बलिदान कर देते हैं। आज लड़ाई शहीदों के सम्मान में होनी चाहिए, किसी जाति धर्म भैया संप्रदाय की नहीं।