एमिटी विश्वविद्यालय के वेबिनार में पूर्व मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा का हुआ व्याख्यान

नोएडा।  एमिटी विश्वविद्यालय के वेबिनार में भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने दिया व्याख्यान।
कोविड 19 के दौरान उत्पन्न लाॅकडाउन में विधी सहित अन्य छात्रों को भारतीय संविधान में मानव गरिमा के महत्व की जानकारी प्रदान करने के लिए वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार में भारत के उच्चतम न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश श्री दीपक मिश्रा ने ‘‘ भारतीय संविधान मे मानव गरिमा’’ विषय पर छात्रों, शिक्षकों एंव शोधार्थियों को जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चाौहान एंव एमिटी विश्वविद्यालय के चांसलर डा अतुल चाौहान उपस्थित थे। इस वेबिनार का संचालन एमिटी लाॅ स्कूल नोएडा के चेयरमैन डा डी के बंद्योपाध्याय द्वारा किया गया। इस वेबिनार में 1500 से अधिक छात्रों एंव शिक्षकों ने हिस्सा लिया।



भारत के उच्चतम न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश श्री दीपक मिश्रा ने ‘‘ भारतीय संविधान मे मानव गरिमा’’ विषय पर संबोधित करते हुए कहा कि संविधान के अनुसार देश के प्रत्येक व्यक्ति को गरिमा पूर्ण जीवन जीन को अधिकार है। मानव की गरिमा प्रत्येक मनुष्य में निहित है। संविधान का अनुच्छेद हर व्यक्ति को गरिमा पूर्ण जीवन जीने का अधिकार देता है इसलिए हर राज्य का अनिवार्य कर्तव्य है कि वह सभी व्यक्तियों के विशेषकर जो समाज के कमजोर तबके से आते है उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होने से बचाये। इस अवसर पर उन्होनें विभिन्न न्यायिक मिसालों के माध्यम से संवैधानिक प्रावधानों की व्याख्या भी की। पूर्व मुख्य न्यायाधीश श्री दीपक मिश्रा ने कहा कि मानवीय गरिमा का अधिकार शायद हमारे संविधान में पूर्व प्रतिष्ठित मूल्य है और गरिमा के अधिकार को मान्यता देना मानव के आंतरिक मूल्य की स्वीकार्यता है। मनुष्य को सदैव सम्मान एंव आदर का अधिकारी माना जाता है। उन्होनें छात्रों को संविधान के अनुच्छेदों सहित विभिन्न न्यायीक निर्णयों को पढ़ने एंव समझने की सलाह भी दी।


एमिटी विश्वविद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चाौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि विधी के छात्रो को देश के संविधान द्वारा हर व्यक्ति को प्रदान किये गये मौलिक अधिकारों की जानकारी अवश्य होनी चाहिए। पूर्व मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा जैसे श्रेष्ठ विद्वान द्वारा दिये गये इस व्याख्यान से ना केवल छात्र बल्कि हम सभी को ज्ञान प्राप्त हुआ है। कोविड 19 द्वारा उत्पन्न लाॅकडाउन में सतत शिक्षण प्रक्रिया को बनाये रखने के लिए एमिटी द्वारा ऑनलाइन व्याख्यान सत्रों का आयोजन किया जा रहा है जहां क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा छात्रों को जानकारी प्रदान की जाती है और छात्र अपने प्रश्नों के उत्तर प्राप्त करके शंकाओं का निवारण कर सकते है।


एमिटी लाॅ स्कूल नोएडा के चेयरमैन डा डी के बंद्योपाध्याय ने अतिथियों एंव सभी का स्वागत करते हुए बताया कि इस ऑनलाइन व्याख्यान सत्र से 1500 से अधिक छात्र लाभान्वित हुए हैं। उन्होनें सत्र के अंत में सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।