झुग्गियों के कारण कंटेन्मेंट जोन से औद्योगिक इकाइयों को प्रशासन बाहर करे : मल्हन


नोएडा। नोएडा में कंटेंटमेंट जोन के कारण औद्योगिक सेक्टर में झुग्गियों के बसावट के कारण तकरीबन सभी उद्योग बंद पड़े हैं। 66 दिनों से यह उद्योग बंद है। इसका प्रभाव उद्योगों पर पड़ रहा है। इस बाबत एनईए अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन ने बताया कि जब एक ही तरह की गाइड लाइन जारी किया जा रहा है तो नोएडा में इसका पालन अलग- अलग क्यों किया जा रहा है ?


उन्होंने सवाल खड़ा किया कि सेक्टर 16 A नोएडा स्थित जी मीडिया में कोरोना संक्रमित केस मिलने के बाद भी आसपास इकाइयों का संचालन किया जा रहा है। जबकि यहां भी नियमतः कंटेन्मेंट जोन लागू होना चाहिये था। पर दवाब के कारण प्रशासन चुप है। जबकि झुग्गियों के किनारे जहां कोरोना संक्रमित मरीज निकल रहे हैं, वहां कंटेन्मेंट जोन बनाकर आसपास उद्योगों का संचालन नहीं करने दिया जा रहा है।


उन्होंने कहा लॉकडाउन की अवधि में बड़ी संख्या में श्रमिकों का  झुुगियों से भी पलायन हुआ है। प्रशासन को चाहिए कि औद्योगिक इकाइयों को झुग्गियों से अलग किया जाए। झुग्गी क्षेत्र की सीमा को चारों ओर से  बाउंड्री बनाकर घेर दिया जाए जिससे उद्योग- धंधों का संचालन यहां भी हो सके।


बता दें कि नोएडा के सेक्टर 5, 8, 9, 10 ऐसे क्षेत्र हैं, जहां औद्योगिक इकाइयों के पास ही बड़े पैमाने पर झुग्गियां बसी हुई है और इन झुग्गियों से संक्रमित मरीज निकल रहे हैं जिससे प्रशासन ने यहां कंटेनमेंट जोन घोषित कर रखा है जिसके कारण यहां उद्योगों का संचालन नहीं हो पा रहा है।


विपिन कुमार मल्हन ने बताया कि अगर सरकार समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया तो यहां औद्योगिक इकाइयों से मिलने वाले सरकार को राजस्व के रूप में जीएसटी का बड़ा नुकसान होगा। उद्यमी चाहते हैं कि इन झुग्गियों को बाउंड्री की सीमाओं में घेरा जाये, ताकि औद्योगिक इकाइयों के संचालन में कोई दिक्कत का सामना करना न पड़े। प्राधिकरण या प्रशासन मिलकर बाउंड्री का निर्माण करे। उद्यमी प्रशासन के साथ खड़ा रहेगा। यदि आवश्यकता हुई तो बाउंड्री निर्माण के लिए उद्यमी खर्च वहन करने को तैयार हैं।