स्मृति शेष : धनी व उच्च विचार के स्वामी थे स्व. रामचंद्र चपराना


नोएडा। नोएडा के 167 स्थित दोस्तपुर मंगरौली निवासी रामचंद्र चपराना की गत 14 मई को लम्बी आयु के बीच मृत्यु हो गई। वह बड़े ही मृदुल स्वभाव और अखड़ व्यक्तित्व के स्वामी थे।


वे पिछलेे कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और मृत्यु से तकरीबन 2 दिन पहले उनसे हमारी मुलाकात भी हुई थी। तब उन्होंने कम शब्दों में जीवन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा था कि उन्होंने हमेशा शान की जिंदगी जिया है और मुस्कुराते हुए जिया है। उन्होंने बताया था कि उनके जीवन में भी कई मुश्किलें आई थीं, पर उन्होंने उसे हंसते- मुस्कुराते हुए पार कर गए थे।


आज उनका भरा पड़ा बड़ा परिवार है और वह अपने परिवार को हमेशा सही मार्ग पर चलने की सीख दिया है। उन्होंने कहा था कि जब तक जीवन है, अच्छे कर्म करते हुए जियो। बुराई का हमेशा त्याग करो।


दरअसल स्वर्गीय रामचंद्र चपराना से जिन्हें हम ताऊ जी कहकर पुकारते थे, पिछले 10 सालों की मुलाकात थी और उनसे सवेरे- सवेरे सैर करने के क्रम में मुलाकात हो जाया करती थी। राम-राम के बीच वे कई ऐसे मार्मिक शब्दों का प्रयोग करते थे, जो दिल को छू जाता था। भले ही वे ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं थे, पर उनके अंदर अनुभव का एक विशाल भंडार था।


आज भले ही वे इस दुनिया में नहीं रहे, पर उनकी स्मृतियां, उनकी बातें हमारे हृदय में बसी है। हम उन्हें नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें अपने चरणों में जगह देें।