हालांकि इनकी पैठ इतनी तगड़ी है की गाहे-बगाहे विवाद के मामले सामने आने पर भी इनका कुछ नहीं बिगड़ता। प्रशासन चाह कर भी इनमें दखल नहीं देता क्योंकि यह राजनीति के बड़े आकाओं से जुड़े हुए लोग हैं और कहते हैं कि वह अपनी पैठ जमाने के लिए उन्हें मोटी मोटी चंदे देते हैं इसलिए उनका कुछ नहीं बिगड़ता । पर एक इंसान के साथ इस तरह का रवैया क्या मानवीय संवेदना को तार-तार नहीं कर रहा है?
फोर्टिस हॉस्पिटल ने भारी दवाब में आकर 14 लाख के बिल को लेकर डॉ का रोका शव परिजनों को सुपुर्द किया